संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल ने कहा कि राममंदिर परिसर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की प्रतिमा के साथ महर्षि वाल्मीकि, तुलसीदास, निषादराज और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की जाए। क्योंकि विभिन्न कालों में इन महामनीषियों के सामूहिक प्रयास से ही समाज की कल्याणकारी अवधारणा बनी। समाज के मौजूदा परिवेश में इन्हीं देवता और महामनीषियों के विचारों के साथ ही सर्व समाज की अवधारणा को पूरा किया जा सकता है। भंते संघप्रिय राहुल ने कहा कि भारतीय बौद्ध संघ सामाजिक समरसता के लिए कार्य कर रहा है। इन महामनीषियों ने भगवान राम के चरित्र एवं मर्यादाओं को अपने जीवन में चरितार्थ किया है।
भारतीय बौद्ध संघ ने अयोध्या में प्रस्तावित भव्य राम मंदिर परिसर में महर्षि वाल्मीकि, तुलसीदास, केवटराज निषाद और हनुमान जी की प्रतिमाओं को भी स्थान देने की मांग की है। सोमवार को संघ के राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों व सदस्यों ने हजरतगंज स्थित उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब सभागार में एक प्रेसवार्ता की। पदाधिकारियों ने पीएम मोदी और सीएम योगी से अपील की कि सर्वजन कल्याण और जनसामान्य की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाए
सर्वसमाज में पैदा हुए सभी संतों एवं महापुरुषों को केंद्र एवं राज्य सरकार को पूरा आदर और सम्मान देना चाहिए। इसी धारणा के लिए भारतीय बौद्ध संघ निरंतर प्रयासरत है। भगवान बुद्ध के शांति, मैत्री और भाईचारे का संदेश जनमानस तक पहुंचाने के लिए बौद्ध संघ लगातार प्रयासरत है। प्रेसवार्ता में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भंते संघप्रिय राहुल, प्रधान राष्ट्रीय महासचिव एडवोकेट टीएस वरूण, प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट मीना भारती, राष्ट्रीय सचिव अरुणराज कोरी, प्रदेश महासचिव राजनाथ सिंह, अनुराग चैधरी सहित कई पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे।