उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा 2022 के चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सभी दलों के लिए निगाहें फिरोजाबाद की टूंडला (सुरक्षित) विधानसभा सीट (Tundla Assembly Seat) पर होगी. 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के सत्यपाल सिंह बघेल चुनाव जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के राकेश बाबू को 56,000 वोटों के अंतर से चुनाव हराया था.
2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Tundla Assembly Seat) से बहुजन समाज पार्टी के राकेश बाबू चुनाव जीतकर विधायक बने थे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के अखिलेश कुमार को चुनाव हराया था. इस चुनाव में बसपा के राकेश बाबू को 67,949 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी अखिलेश कुमार को 60,003 वोट मिले थे. वहीं भाजपा के शिव सिंह तीसरे नंबर पर थे, उन्हें 58,536 वोट मिले थे, जबकि रालोद के ओम प्रकाश दिवाकर को 7,313 वोट मिले थे.
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Tundla Assembly Seat) पर भारतीय जनता पार्टी के सत्यपाल सिंह बघेल चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने बसपा के राकेश बाबू को इस चुनाव में शिकस्त दी थी. राकेश बाबू लगातार 10 साल तक इस सीट से बसपा के विधायक रहे थे. इस सीट से भाजपा के सत्यपाल सिंह बघेल को 1,18,584 वोट मिले थे. वहीं दूसरे नंबर पर रहे बसपा के राकेश बाबू को 62,514 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी के शिव सिंह को 54,888 वोट मिले थे. रालोद के गंगा प्रसाद पुष्कर को 2,576 वोट मिले थे.
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Tundla Assembly Seat) पर भाजपा का वोट शेयर 48.69 प्रतिशत था, जबकि दूसरे नंबर पर रही बसपा का वोट शेयर 25.67 प्रतिशत था. वहीं समाजवादी पार्टी का वोट शेयर 22.54 प्रतिशत था, जबकि राजद को वोट शेयर 1.6 प्रतिशत था.
इस सीट (Tundla Assembly Seat) से विधायक चुने गए सत्यपाल सिंह बघेल 2019 में आगरा से लोकसभा का चुनाव लड़कर संसद पहुंच गए, जिसके बाद यह सीट खाली हो गयी थी. यहां 2020 में हुए उपचुनाव में दोबारा भाजपा के प्रेमपाल सिंह धनगर ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी महाराज सिंह धनगर को हराकर इस सीट को दोबारा भाजपा की झोली में डाल दिया था.