राजधानी में सोमवार को तेज हवाओं के बाद बारिश हुई। कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओले भी गिरे। हांलाकि Lockdown की वजह से लोग घरों से बाहर नहीं निकल सके। लोगों ने घर में ही इस मौसम का लुत्फ उठाया। इससे मौसम का मिजाज बदल गया। हांलाकि रविवार देर रात भी तेज हवा के साथ बारिश हुई थी। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में दो दिनों तक ऐसे ही मौसम रहेंगे।
धीरे-धीरे तेज हुई बारिश की बूंदों के साथ ओले भी गिरे। ओलों की बारिश तेज हो गई। कानपुर रोड, आलमबाग, कैंट, गोमतीनगर, ट्रांस गोमती, इंदिरानगर, IT समेत कई इलाकों में हवा के झोकों के साथ तेज बारिश के साथ-साथ ओले गिरे।
इससे पूर्व रविवार देर रात हजरतगंज, आलमबाग, कृष्णानगर, रकाबगंज, पांडेयगंज, टूडिय़ागंज समेत शहर के कई इलाकों में बारिश हुई। पुराने लखनऊ के कई स्थानों पर बूंदाबांदी होती रही। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहले ही बारिश का अनुमान जताया था।
मौसम विभाग ने मंगलवार को भी पूरे प्रदेश में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी आने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की है। मौसम निदेशक जे.पी.गुप्त के अनुसार प्रदेश में दो दिन ऐसा ही मौसम रहने के आसार हैं। गुरुवार 7 मई को प्रदेश में मौसम साफ रह सकता है। रविवार की शाम से सोमवार की सुबह तक प्रदेश में सबसे अधिक 4 सेंटीमीटर बारिश धौरहरा में दर्ज की गई। इसके अलावा सहारनपुर में 3, देवबंद, नकुड़ में 2-2, अतर्रा, नजीबाबाद, महोबा, धामपुर, मेरठ में 1-1 सेण्टीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार चूंकि अधिकांश इलाकों में फसल की कटाई हो चुकी है इसलिए इस आंधी पानी का खेती किसानी पर बहुत विपरीत असर नहीं पड़ेगा। तेज आंधी और ओलावृष्टि की वजह से आम की तैयार होती फसल को नुकसान पहुंचने का जरूर अंदेशा है।