उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में अब समाजवादी पार्टी (एसपी) को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का भी साथ मिल गया है। समाजवादी पार्टी को समर्थन देने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आठ फरवरी को लखनऊ आ रही हैं। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर प्रदेश में सपा को समर्थन देने का ऐलान करेंगी। ममता लखनऊ के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सपा के समर्थन में प्रचार कर सकती हैं।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने यह भी साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव नहीं लड़ेगी। इस चुनाव में उनकी पार्टी सपा को समर्थन देगी। हालांकि, समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की तर्ज पर टीएमसी को भी प्रदेश में एक सीट देने को तैयार है। सपा ने एनसीपी को अनूपशहर सीट दी है। यह ममता बनर्जी पर निर्भर करता है कि वे एक सीट पर लड़ने को तैयार होती हैं या नहीं।
फिलहाल समाजवादी पार्टी उनके आठ फरवरी को लखनऊ आगमन की तैयारियों में जुट गई है। ममता लखनऊ में अखिलेश के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता कर अपने समर्थन की घोषणा करेंगी। इनके अलावा विपक्ष के कई और नेता भी प्रदेश में भाजपा के खिलाफ व सपा के समर्थन में प्रचार करने आएंगे। इनमें एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवसेना के मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ संजय राउत प्रमुख हैं।
चुनाव आयोग की रैलियों और जनसभाओं की इजाजत मिलने के बाद ही विपक्ष के इन नेताओं के कार्यक्रम तय होंगे। यदि चुनाव आयोग से रैलियों व जनसभाओं की इजाजत नहीं मिलती है तो ये नेता वर्चुअल रैली में हिस्सा लेंगे। इससे पहले टीएमसी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से एक साथ सार्वजनिक रैली करने की उम्मीद की गई थी, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए आयोगी की पांबंदियों के कारण रद कर दी गई थी।