रेलवे की तर्ज पर परिवहन निगम जल्द ही बसों में टेलिस्कोपिक फेयर सिस्टम (टीएफएस) लागू करेगा। 01 जनवरी से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर बसों में शुरू किया जाएगा। इसके तहत जितना लंबा सफर होगा, यात्री का किराया उसके अनुसार कम होगा। इससे लखनऊ से दिल्ली के किराए में 189 रुपये की कमी हो जाएगी।
लखनऊ-आगरा-दिल्ली मार्ग की वॉल्वो व स्कैनिया बसों में टीएफएस लागू होगा। लखनऊ से दिल्ली तक करीब 600 किमी के सफर के लिए अभी यात्रियों को 1260 रुपये देना होता है। इसके लागू होने के बाद यात्रियों को औसतन 189 रुपये कम किराया देना होगा। टीएफएस से 50 किमी के स्लैब का फायदा मिलेगा।
लखनऊ से दिल्ली के लिए 52 लग्जरी बसों में रोजाना 4 से 5 हजार यात्री सफर करते हैं। तीन महीने बाद पायलट प्रोजेक्ट की समीक्षा के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। यह सफल हुआ तो सभी रूटों पर सिस्टम लागू किया जाएगा। रोडवेज सेवा प्रबंधक एसपी सिंह ने बताया कि टीएफएस अगर सफल होता है तो साधारण बसों में भी यह सिस्टम लागू होगा। इससे यात्रियों के साथ विभाग को भी सहूलियत मिलेगी।
लखनऊ से दिल्ली किराये में छूट बचत
प्रथम 100 किलोमीटर तक 00 00
150 किलोमीटर तक 1.5 फीसदी 5 रुपये
200 किलोमीटर तक 3.0 फीसदी 13 रुपये
250 किलोमीटर तक 4.5 फीसदी 24 रुपये
300 किलोमीटर तक 6.0 फीसदी 38 रुपये
350 किलोमीटर तक 7.5 फीसदी 45 रुपये
400 किलोमीटर तक 9.0 फीसदी 76 रुपये
450 किलोमीटर तक 10.5 फीसदी 99 रुपये
500 किलोमीटर तक 12 फीसदी 126 रुपये
550 किलोमीटर तक 13.5 फीसदी 156 रुपये
600 किलोमीटर तक 15 फीसदी 189 रुपये
टीएफएस दूरी के अनुसार स्लैब तय होते हैं। जैसे-जैसे दूरी बढ़ती है, उसके अनुसार किराए में छूट मिलती है। अभी 100 किमी तक के किराए में कोई बदलाव नहीं होगा। इसके बाद जैसे-जैसे दूरी बढ़ेगी वैसे वैसे छूट भी बढ़ेगी।