नामित प्रखण्डस्तरीय मास्टर ट्रेनर्स के लिए तीन दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर स्कूलों- कॉलेजों में मतदाता साक्षरता क्लब, मतदान केंद्रों में चुनाव पाठशाला और विभिन्न सरकारी विभागों, स्वयंसेवी संस्थाओं, और कॉरपोरेट संस्थानों में वोटर अवेयरनेस फोरम का गठन किया जाना है.

स्वीप के अंतर्गत गठित किए जाने वाले मतदाता साक्षरता क्लब, चुनाव पाठशाला और वोटर अवेरयरनेस फोरम द्वारा विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करना, मतदान में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना और भविष्य के मतदाताओं को चुनाव से जुड़ी तमाम प्रक्रियाओं की जानकारी देना है.

इस बाबत रांची समाहरणालय बी ब्लॉक कमरा संख्या 505 में दिनांक 13, 14 एवं 15 नवम्बर को मतदाता साक्षरता क्लब हेतु नामित किए गए प्रखण्डस्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम आय़ोजित किया गया है.

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रांची सह राज्यस्तरीय मास्टर ट्रेनर डॉ प्रभात शंकर के नेतृत्व में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर के द्वारा अगले तीन दिनों में 180 प्रखण्डस्तरीय मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जाएया.

सभी मतदान केंद्रों में चुनाव पाठशाला
चुनाव पाठशाला का उदेश्य लक्षित जनसंख्या को मतदान निबंधन प्रक्रिया समेत मतदान की प्रक्रिया और ईवीएम-वीवीपैट से संबंधित जानकारी देना है. इसका मकसद निर्वाचन सहभागिता के तहत चुनाव पाठशाला के माध्यम से कोई मतदाता छूटे नहीं और हर मत महत्वपूर्ण है का प्रचार-प्रसार किया जाना है.

चुनाव पाठशाला के नोडल अफसर बूथ लेवल अफसर (बीएलओ) होंगे. मतदान क्षेत्र के भविष्य के मतदाता (14-17 उम्र समूह ), नए मतदाता ( 18-19 उम्र समूह), वरिष्ठ नागरिक औऱ दिव्यांगजन इसके सदस्य होंगे. चुनाव पाठशाला का आयोजन नियमित अंतराल पर किया जाना है.

स्कूल-कॉलेजों में मतदाता साक्षरता क्लब
भारत निर्वाचन आयोग ने सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों में मतदाता साक्षरता क्लब के गठन का निर्देश दिया है. इस क्लब के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न गतिविधियों के जरिए उनके मताधिकार, मतदाता पंजीयन, निर्वाचन प्रक्रिया और संबंधित विषयों पर शिक्षित करना है.

यह क्लब भावी और नए मतदाताओं को सीखने और अनुभव प्राप्त करने का मौका देगा. इससे निर्वाचन प्रक्रिया में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने में सहूलियत होगी.

विद्यालयों में नौंवी कक्षा से बारहवीं कक्षा तक के वैसे विद्यार्थी, जिनकी उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच हो और महाविद्यालयों में 18 से 21 वर्ष तक के विद्यार्थी. इसमें मूलरूप से नए मतदाताओं को शामिल किया गया है.

मतदाता साक्षरता क्लब की गतिविधयां
विद्यालय और महाविद्यालयों में गठित मतदाता साक्षरता क्लब के सदस्यों के लिए लिए कई मनोरंजक गतिविधियां, कार्यक्रम और खेल आयोजित की जाएगी.

इसमें से ज्यादातर गतिविधियां क्लास रूम आधारित होंगी, जिसके जरिए विद्यार्थियों और नए मतदाताओं को उनके मताधिकार और चुनाव प्रक्रिया को लेकर शिक्षित किया जाएगा.

मतदाता साक्षरता क्लब के गठन की प्रक्रिया
कोई भी विद्यालय अथवा महाविद्यालय अपने यहां मतदाता साक्षरता क्लब के गठन के लिए उपायुक्त- जिला निर्वाचन पदाधिकारी (डीईओ) अथवा मतदाता निबंधन कार्यालय (ईआरओ) में संपर्क कर सकता है.

इसके उपरांत संबंधित विद्यालय या महाविद्यालय में मतदाता साक्षरता क्लब खोलने के लिए संबंधित पदाधिकारियों द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अंतर्गत सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएगी.

सरकारी कार्यालयों और कॉरपोरेट संस्थानों में वोटर अवेयरनेस फोरम
विभिन्न सरकारी विभागों, कॉरपोरेट संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं में वोटर अवेयरनेस फोरम का गठन किया जाना है. इसमें कार्यालय प्रधान फोरम का अध्यक्ष, सीनियर अधिकारी उसका नोडल ऑफिसर तथा समस्त स्टाफ सदस्य के रूप में नियुक्त किए जाएंगे.

यह फोरम कई प्रकार की गतिविधियों का संचालन करेगा, जिसके जरिए लोगों की चुनावी सहभागिता सुनिश्चित की जा सके.

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