कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने PM नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने गंभीर आर्थिक संकट की चिंता जतायी है। इसके साथ ही उन्होंने PM मोदी को पांच सुझाव दिये हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इस आधिकारिक चिट्ठी को कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पर भी साझा किया है। दो पेज की इस चिट्टी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आर्थिक संकट पर विशेष जोर देते हुए लिखा है, Lockdown की एक दिन की कीमत MSME सेक्टर पर 30 हजार करोड़ की चोट कर रहा है।
जो भी ऑर्डर मिले थे,खत्म हो चुके हैं। सोनिया गांधी ने चिंता जतायी है कि इस लॉकडाउन का असर कामकाज पर पड़ेगा। MSMEs से 11 करोड़ लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है, लिहाजा आर्थिक संकट के इस दौर ने इस सेक्टर को बुरी तरह से प्रभावित किया है। सोनिया गांधी ने पहले ही सरकार को विज्ञापन पर कटौती का सुझाव दिया था। इस चिट्ठी में उन्होंने अपनी बात दोहराई है। चिट्ठी में लिखा है, सरकार को TV, प्रिंट और ऑनलाइन को दिए जाने वाले विज्ञापनों पर रोक लगानी चाहिए।
इन विज्ञापनों को 2 सालों के लिए बंद करना चाहिए। ऐसा करके सरकार 1250 करोड़ रुपये हर साल बचा सकती है, जिसका इस्तेमाल कोरोना के खिलाफ जंग में किया जा सकता है। TV विज्ञापन के साथ- साथ सोनिया गांधी ने PM मोदी को सुझाव दिया हैकि सरकारी बिल्डिंगों के लिए 20 हजार करोड़ के आवंटन को भी रोक देना चाहिए, उन्होंने लिखा कि मुझे विश्वास है कि संसद की मौजूदा बिल्डिंग में काम किया जा सकता है और इस फंड का इस्तेमाल PPE जैसी सुविधाओं के लिए किया जा सकता है।
ध्यान रहे कि कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी सोनिया गांधी ने Lockdown से होने वाले नुकसान का जिक्र किया था। सोनिया ने कहा था, Lockdown के पहले चरण में ही 12 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए और ऐसे में लोगों की मदद के लिए उनके खातों में 7500 रुपये भेजे जाने चाहिए। BJP पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया था कि जब हमें Coronavirus का एकजुट होकर मुकाबला करने चाहिए तो BJP सांप्रदायिक पूर्वाग्रह और नफरत का वायरस फैलाने में लगी हुई है।