21 साल की उम्र में नेशनल अवार्ड, 31 साल में निधन- स्मिता पाटिल

अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी अदायगी, शानदार एक्टिंग हिंदी सिनेमा में हमेशा याद की जाती है। एक्टिंग के अलावा उनकी खूबसूरती भी लोगों को दिल थामने के लिए मजबूर कर देती थी। स्मिता का जन्म 17 अक्टूबर 1955 को पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। 13 दिसंबर 1986 को 31 साल की बहुत ही कम उम्र में वह बॉलीवुड के साथ-साथ पूरी दुनिया को अलविदा कह गईं।

स्मिता पाटिल अपनी जिंदगी के छोटे से वक्त में ही बड़ी कामयाबी हासिल कर ली थी। उस वक्त के दिग्गज निर्देशकों की फिल्मों के लिए वो पहली पसंद हुआ करती थी। उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ ऐसी दिलचस्प बातें जो उन्हें और भी दिलचस्प बनाते हैं।

बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से लोगों के दिलों पर राज करने वाली स्मिता पाटिल फिल्मों में आने से पहले एक न्यूज़ रीडर थीं। इतना ही नहीं, उन्होंने फोटोग्राफी का भी काफी शौक था और उन्होंने इस क्षेत्र में भी अपनी ख़ास पहचान बनाई थी।

बीते दौर की बेहतरीन अभिनेत्री में शुमार स्मिता पाटिल कई मायनों में बॉलीवुड का एक बेहद प्रोग्रेसिव चेहरा रहीं। उन्होंने ना केवल 70 और 80 के दशक की  ऑफबीट फिल्मों में अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया बल्कि वे कई फेमिनिस्ट्स ग्रुप्स का भी समर्थन करती रहीं। शबाना आजमी के साथ उस दौर में कई मीनिंगफुल फिल्मों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी स्मिता पाटिल ने कुछ मेनस्ट्रीम फिल्मों में भी काम किया था। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ दो फिल्मों में काम किया। ‘आज रपट जाएं’ सॉन्ग में दोनों की केमिस्ट्री को काफी सराहा गया था।

अमिताभ बच्चन ने उनके बारे में खुलासा किया था कि फिल्म कुली के दौरान अमिताभ को लगी चोट को लेकर स्मिता को पहले से ही संदेह हो गया था। स्मिता को एक दिन पहले ही बुरा सपना आया था। उस दौरान अमिताभ कुली की शूटिंग के लिए बंगलुरु में थे। उन्हें रात के लगभग 2 बजे स्मिता ने फोन किया।

एक समय था जब स्मिता पाटिल का नाम दिग्गज अभिनेत्री शबाना के साथ घोषित किया जाता था। उस दौरान फिल्मकार श्याम बेनेगल दोनों को फिल्म ‘मंडी’ में लिया। यह फिल्म रेड लाइट एरिया पर आधारित थी और स्मिता ने इसमें शबाना की बेटी का रोल अदा किया था।

स्मिता पाटिल की अभिनयशीलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मात्र 21 साल की कम उम्र में उन्हें फिल्म ‘भूमिका’ में संवेदनशील अभिनय करने के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। इस उम्र में यह अवॉर्ड पाना सभी के लिए आसान नहीं होता।

स्मिता पाटिल सिर्फ एक अभिनेत्री ही नहीं थीं, बल्कि वे एक ऐसी अभिनेत्री थीं जो हर तरह की फिल्म में आसानी से भूमिका अदा कर सकती थीं। यही कारण है कि आज भी स्मिता पाटिल की गिनती उन दिग्गज अभिनेत्रियों में होती है, जिस सूची में शबाना आजमी जैसी अदाकारा शामिल हैं।

कहते हैं कि एक एक्ट्रेस को यदि आगे बढ़ना है तो उसे हर क्षेत्र का ज्ञान होना चाहिए। फिर चाहे वह डांस, संगीत और अभिनय हो या फिर भाषाई क्षेत्र। स्मिता पाटिल भाषा के क्षेत्र में बहुत आगे थीं। उनहोंने हिंदी के अलावा, मराठी, बंगाली, कन्नड़, मलयालम भाषा में भी फ़िल्में की हैं।

स्मिता पाटिल को खासतौर से आर्ट फिल्मों में महारत हासिल था लेकिन कमर्शियल फिल्मों में भी उन्होंने झंडे गाड़े हैं। वे हर प्रकार के चैलेंज के लिए हमेशा तैयार रहीं। नतीजतन, अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने ‘नमक हलाल’ और शक्ति जैसी सुपरहिट फ़िल्में दी हैं। अन्य कलाकारों के साथ भी उन्होंने कई हिट्स दी हैं।

अमिताभ बच्चन, राज बब्बर जैसे कलाकारों के साथ की गईं उनकी फ़िल्में तो उल्लेखनीय हैं ही, लेकिन काका यानी राजेश खन्ना के साथ भी उनका फ़िल्मी सफ़र काफी लंबा रहा है। स्मिता पाटिल ने सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ भी 6 सुपरहिट फ़िल्में दी हैं। जिन्हें आज भी दर्शक देखते हुए नहीं थकते हैं।

प्रतीक बब्बर को जन्म देने के छह घंटे बाद स्मिता का साल 1986 में निधन हो गया था. उन्होंने अपने जीवन में दो नेशनल अवॉर्ड्स जीते और 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था. उन्हें आज के दौर में एक प्रभावशाली अभिनेत्री के तौर पर याद किया जाता है. 

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