प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा की ‘नागरिक गिरफ्तारी के लिए एक लाख कैनेडियन डॉलर के नकद इनाम की घोषणा की है. इस कट्टरपंथी खालिस्तानी अलगाववादी ने ‘इनाम’ की घोषणा करते हुए वर्मा पर ‘दुर्भावनापूर्ण’ तरीके से एयर इंडिया के लिए आतंकी खतरे का हौव्वा खड़ा करने का आरोप लगाया.
प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कनाडा में भारतीय राजनयिकों के खिलाफ एक बार फिर भड़काऊ बयान दिया है. इस बार उसने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा की ‘नागरिक गिरफ्तारी’ (Citizen Arrest ) के लिए एक लाख कैनेडियन डॉलर के नकद इनाम की घोषणा की है. इस कट्टरपंथी खालिस्तानी अलगाववादी ने ‘इनाम’ की घोषणा करते हुए वर्मा पर ‘दुर्भावनापूर्ण’ तरीके से एयर इंडिया के लिए आतंकी खतरे का हौव्वा खड़ा करने का आरोप लगाया.
दरअसल पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर 19 नवंबर को अहमदाबाद में होने वाले आईसीसी विश्व कप फाइनल के दौरान एयर इंडिया की फ्लाइट्स से सफर न करने की चेतावनी दी थी. उसके इस वीडियो पर हंगामा होने पर कनाडाई सरकार और रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने कहा था कि वे संभावित आतंकी खतरे की जांच कर रहे हैं.
क्या होती है’ नागरिक गिरफ्तारी
कनाडा की आपराधिक संहिता की धारा 494 (1) में ‘नागरिक गिरफ्तारी और आत्मरक्षा अधिनियम में ये प्रावधान किए गए हैं..
(1) कोई भी बिना वारंट के किसी दूसरे शख्स को गिरफ्तार कर सकता है;
(ए) ऐसा व्यक्ति जिसे वह अभियोग योग्य अपराध करते हुए पाता है; या
(बी) ऐसा व्यक्ति जिसके बारे में वह उचित आधार पर विश्वास करता है कि
(i) उसने एक आपराधिक कृत्य किया है, और
(ii) उन लोगों से भाग रहा है या उनका पीछा कर रहAPP जिनके पास उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने का कानूनी अधिकार है.
हालांकि अब पन्नू ने वर्मा पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच से ‘ध्यान भटकाने’ के लिए एयर इंडिया पर आतंकी खतरे का झूठा आरोप लगाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘निज्जर की हत्या में भारतीय उच्चायोग की भूमिका को लेकर हो रही कनाडा की जांच को पटरी से उतारने के उद्देश्य से, वर्मा ‘बॉयकॉट एयर इंडिया’ को ‘आतंकवादी खतरे’ के साथ जोड़कर गलत प्रचार कर रहे हैं और कनाडाई सिखों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं.’
बता दें कि कनाडाई शहर सर्रे में इस साल जून में खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर महीने पर भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए.
वहीं पन्नू का यह ऐलान कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा इस बात को रेखांकित करने के एक दिन बाद आया है कि भारत के साथ ‘लड़ाई’ ऐसी चीज़ नहीं, जो ओटावा चाहता था.