केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि Covid-19 को लेकर देश के कुछ राज्यों से अच्छी खबरें सामने आ रही हैं। गोवा के सभी मरीजों को रिकवरी के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब गोवा में कोई भी एक्टिव केस नहीं है। वहीं गृह मंत्रालय की अधिकारी पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि चार राज्यों के कुछ जिलों में स्थिति गंभीर है। उन्होंने कहा कि इन जिलों में राज्य सरकारों की मदद करेंगे। विशेष टीमें भेजी गई हैं। अतिरिक्त सचिव स्तर के अधिकारी इनकी अगुवाई कर रहे हैं। जहां भी Lockdown का उल्लंघन हो रहा है वहां राज्यों के साथ तालमेल कर सख्ती से पालन करवाने को कहा गया है।
सोमवार को करीब चार बजे आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि इसी तरीके से माही (पुदुचेरी) और कोडगु (कर्नाटक) इन दोनों जिलों में पिछले 28 दिनों में कोई केस नहीं आया था, इसमें अब उत्तराखंड का पौरी गढ़वाल जिले का नाम भी जुड़ गया है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 59 ऐसे जिले हैं जहां पर पिछले 14 दिनों से Coronavirus का कोई केस नहीं आया है। इसमें छह नए जिले जुड़े हैं। इसमें राजस्थान का डूंगरपुर और पाली, गुजरात का जामनगर और मोरबी, गोवा का नॉर्थ गोवा और त्रिपुरा का गोमती जिले शामिल हैं।
लव अग्रवाल ने कहा कि इसके बावजूद भी हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ओडिशा और केरल में भी लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि Lockdown से पहले भारत में केस का डबलिंग रेड 3.4 दिन था। अब इसमें सुधार हुआ है और ये 7.5 दिन हो गया है। 18 और 19 अप्रैल के डाटा के अनुसार नेशनल एवरेज से बेहतर रेट है। दिल्ली में 8.5 दिन डबलिंग रेट है। कई राज्यों में डबलिंग रेट 20 दिन से अधिक है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में Coronavirus के 1553 मामले आए और 36 लोगों की मौत हुई। अब तक 2546 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और स्वस्थ होने की दर 14.75 फीसदी है।
वहीं आईसीएमआर के आर गंगाखेडकर ने बताया कि टेस्ट किट को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना होता है। तापमान बढ़ा तो उसके नतीजों में अंतर आ सकता है। 100 लोगों में से 80 लोगों के बिना किसी लक्षण के पॉजिटिव होने का चांस होता है। उन्होंने कहा कि लक्षण होने पर टेस्ट के पॉज़िटिव होने का संभावना अधिक है। जितना इंफेक्शन डेट के करीब जाएंगे तो पता चलने की सम्भवना कम होगी।


