द डेली मिलाप (The Daily Milap) के एडिटर ऋषि सूरी ने एक ट्वीट में लिखा, ”उत्तरी पाकिस्तान में सियालकोट मिलिट्री बेस (Sialkot military base Blast) पर कई विस्फोट हुए हैं. प्रारंभिक संकेत ये मिल रहे हैं कि यह एक गोला बारूद स्टोरेज एरिया है.
पाकिस्तान के सियालकोट में रविवार दोपहर सिलसिलेवार धमाकों की गूंज सुनाई दी. स्थानीय मीडियो रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में बड़े राजनीतिक संकट के बीच सियालकोट स्थित पाकिस्तानी सेना के डिपो में ये सभी विस्फोट हुए. जानकारी के मुताबिक, सेना के गोला-बारूद डिपो में यह ब्लास्ट हुआ है.
द डेली मिलाप (The Daily Milap) के एडिटर ऋषि सूरी ने एक ट्वीट में लिखा, ”उत्तरी पाकिस्तान में सियालकोट मिलिट्री बेस (Sialkot military base Blast) पर कई विस्फोट हुए हैं. प्रारंभिक संकेत ये मिल रहे हैं कि यह एक गोला बारूद स्टोरेज एरिया है. धमाके के बाद एक बड़ी आग जलती हुई देखी जा रही है. अभी तक विस्फोट के पीछे की असल वजह का पता नहीं चल पाया है.”
कुछ अन्य लोकल मीडिया आउटलेट्स की मानें तो पाकिस्तानी सेना द्वारा एयर-टू-एयर मिसाइल PL-15 का टेस्ट किया जा रहा था, जो पूरी तरह नाकाम रहा. J10-C फाइटर जेट से छोड़े जाने के बाद यह मिसाइल बेकाबू हो गई और सियालकोट में जा गिरी. इस घटना के कई वीडियोज सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिकों की ओर से पोस्ट किए गए हैं.
कई पाकिस्तानी इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं, जिनमें से कई का दावा है कि इस क्षेत्र में कई विस्फोट हुए हैं. सियालकोट छावनी, सबसे पुराने और सबसे महत्वपूर्ण पाकिस्तानी सेना के ठिकानों में से एक, शहर से सटा हुआ इलाका है. इसकी स्थापना 1852 में ब्रिटिश भारतीय सेना द्वारा की गई थी.
सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं इमरान खान
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वर्तमान में अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. दो विपक्षी दलों द्वारा उनकी सरकार के खिलाफ देश की संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इमरान खान अपने ही सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर विद्रोह का सामना कर रहे हैं.
इमरान सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के कम से कम 100 सांसदों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय के समक्ष एक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.