Trinamool rebel leader Shubhendu Adhikari gets Z-class security

Bengal Chunav 2021: बीजेपी का दामन थामेगें शुभेंदु अधिकारी

तृणमूल के बागी कद्दावर नेता व विधायक Shubhendu अधिकारी को लेकर जो अटकलें लग रही थी उस पर आगामी शनिवार को विराम लग सकता है। सूत्रों की मानें तो सब कुछ ठीक रहा तो शुभेंदु शनिवार(19 दिसंबर) को केंद्रीय गृहमंत्री व कद्दावर नेता Amit Shah की मौजूदगी में BJP का झंडा थाम सकते हैं। उसी दिन अमित शाह शुभेंदु के गढ़ मेदिनीपुर पहुंच रहे हैं। इससे पहले Shubhendu विधायक के पद से इस्तीफा दे देंगे। इसी के साथ तृणमूल व मुख्यमंत्री Mamata banerjee के साथ 20 वर्षों का साथ खत्म हो जाएगा। अधिकारी के BJP में शामिल होने की खबर को इस बात से भी बल मिल रहा है कि केंद्र सरकार ने उन्हें 3 दिन पहले सोमवार को ही जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय ले लिया।

यहां बताना आवश्यक है कि रविवार को एक गैर राजनीतिक सभा से Trinamool व ममता पर नाम लिए बिना निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम आंदोलन किसी व्यक्ति का नहीं था, यह लोगों का था। उन्होंने कहा कि आज भी उन्हें किसी पद के लिए कोई लालच नहीं है। दरअसल, पिछले माह Shubhendu ने मंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले उन्होंने राज्य सरकार की ओर से मिली सुरक्षा लौटा दी थी। तृणमूल नेतृत्व ने उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। इस बीच Shubhendu के करीबी स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं को Trinamool ने पार्टी से निकालना शुरू कर दिया है। इसके बाद ही माने जाने लगा कि Shubhendu के Trinamool को छोड़ने की सिर्फ घोषणा ही बाकी है।


बताते चलें कि 2006 में Trinamool के टिकट पर कांथी दक्षिण विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। 2007 के नंदीग्राम आंदोलन में Shubhendu पोस्टर ब्वॉय बन गए। इसके बाद 2009 में तमलुक से सांसद निर्वाचित हुए। इसके बाद वह 2014 में पुनः सांसद निर्वाचित हुए।

हालांकि 2016 में नंदीग्राम से विधायक चुने जाने के बाद उन्होंने सांसद पद छोड़ दिया और बंगाल के परिवहन मंत्री बने। उनका राजनीतिक करियर का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा था। परंतु, 2019 में लोकसभा चुनाव में BJP को जबर्दस्त जीत मिलने और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की नियुक्ति के बाद पार्टी में जैसे ही ममता के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी का कद बढ़ा वह क्षुब्ध हो गए और उसी का नतीजा है कि अब वह तृणमूल को अलविदा कहने जा रहे हैं। उनके भाई दिव्येंदु अधिकारी तमुलक और पिता शिशिर अधिकारी कांथी से Trinamool के सांसद हैं।

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