महाराष्ट्र में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भले ही साथ मिलकर चुनाव लड़ा हो लेकिन चुनाव के बाद उसने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। वह राज्य में सत्ता के आधे बंटवारे के साथ ही ढाई साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग भी कर रही है। जिसे लेकर उसके और भाजपा के बीच खींचतान चल रही है। सोमवार को दोनों पार्टियों के नेताओं ने राज्यपाल से अलग-अलग भेंट की। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में किसी दुष्यंत के पिता जेल में नहीं हैं।
संजय राउत से जब पूछा गया कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन होने के बाद भी सरकार बनाने में देरी क्यों हो रही है तो उन्होंने कहा, ‘यहां कोई दुष्यंत नहीं है जिसके पिता जेल में हों। हम धर्म और सत्य की राजनीति में विश्वास रखते हैं। शरद पवार जी ने भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया। वह कभी भारतीय जनता पार्टी के साथ नहीं जाएंगे।’