हमारे देश मे नारी को पूजा जाता है, और हमे राष्ट्र में ही पैरों तले रोंध दिया जा रहा है, हम 21वीं सदी से आगे की सोच रखने वाले आधुनिक समाज में रहते हैं। लेकिन क्या आज भी हमारा समाज (Society) आधुनिक सोच वाला बन पाया है?
हमारे समाज के लोगों की मानसिकता नहीं बदली है. नारी सशक्तिकरण (Women Empowerment) और बेटियों की आजादी के बारे में तो हम खूब जोर-शोर से बातें करते हैं, लेकिन बेटियों और महिलाओं को लेकर आज भी हमारी सोच पिछड़ी ही है
एक बाप को समाज के ताने सुनकर अपनी बेटी को खौफनाक मौत देनी पड़े और एक आठ साल की बच्ची, जिसकी उम्र खाने और खेलने की हो, उसकी शादी महज कुछ पैसे के लिए 28 साल के युवक से करा दी जाए तो हमारा आधुनिक सोच की बात करना भी बेमानी सा ही है।
पूरे देश में और खास तौर पर बिहार (Bihar)में पिछले कई दिनों से लड़कियों और महिलाओं के साथ घट रही अपराध (Crime) की घटनाएं इस ओर इशारा कर रही हैं कि आज भी हम बेशर्मी से इन घटनाओं को पढ़कर, सुनकर अनदेखा कर देंगे। पिछले एक सप्ताह में बिहार में घटी इन घटनाओं पर क्या एक बार सोचने की जरूरत नहीं?
एक तरफ जहां बिहार सरकार (Bihar Government) बाल विवाह (Child Marriage) और दहेज प्रथा (Dowry system) को रोकने के लिए कड़े कानून के तहत सजा देने की बात कर रही है, कई अभियान चलाए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इस कानून औऱ अभियान को खोखला बताते हुए बिहार में ही करीब हर चार दिन के बीच दहेज के लिए विवाहिताओं को जिंदा जलाया जा रहा है।
सरकार के सारे नियम-कानून की धज्जियां उड़ रही हैं, घटना सीतामढ़ी जिले के बेलसंड थाना क्षेत्र के डुमरा इलाके की है जहां 8 साल की बच्ची को 28 साल के युवक के साथ शादी के बंधन में बांध दिया गया। उसे शादी का मतलब भी नहीं मालूम होगा और वो समाज के नियम के अनुसार पूरी उम्र इस रिश्ते को ढोने के लिए मजबूर की जाएगी। माता-पिता पैसे के लिए बेटी को बेच रहे थे और समाज और कानून चुपचाप देख रहा था।
बिहार के मुजफ्फरपुर में कोचिंग से पढ़कर लौट रही छात्रा को अगवा कर 3 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया औऱ इस दौरान उसका अश्लील वीडियो बनाया। SSP जयंतकांत ने बताया कि छात्रा की मेडिकल जांच कराई गई है। छात्रा शहर के एक कोचिंग संस्थान से क्लास कर अपने घर मीनापुर लौट रही थी। रास्ते में ऑटो चालक और उसके साथियों ने उसे अगवा कर लिया और बैरिया स्थित एक घर मे ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म कर फरार हो गये।