आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. चाहे फिर वो तेजप्रताप के साथ तल्खी हो या फिर विवादित बयान. अब जगदानंद सिंह के एक और बयान ने हंगामा कर दिया है. जगदानंद ने अब आरएसएस को तालिबानी कह दिया है. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में हंगामा हो गया है. पिछले दिनों आरजेड़ी कार्यालय में हुए आपदा प्रकोष्ठ की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि तालिबान एक नाम नहीं बल्कि संस्कृति है जो अफगानिस्तान में है. भारत में आरएसएस तालिबानी है और कुछ नहीं है. आरएसएस दाढ़ी वाले लोगों को, चूड़ी बेचने वालों को, छुरी बेचने वालों को पीटने का काम करती है. उन्होंने कहा कि इसके विरोध में खड़ा होना होगा. इससे पहले जगदानंद सिंह और तेजप्रताप के बीच आपसी बयानबाजी के कारण भी भारी हंगामा मचा था.
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लालू को इसलिए जेल भेज दिया गया क्योंकि वो धार्मिक एकता की बात करते हैं, आडवाणी को गिरफ्तार करते हैं, धार्मिक उन्मादियों को रोकते हैं. इसलिए लालू यादव को जेल भेज दिया गया. अब जगदानंद की इस बयानबाजी को लेकर हंगामा हो गया है और विरोधियों ने उन्हें आड़े हाथ लिया है.
जगदानंद सिंह के आरएसएस को तालिबानी बताकर विवाद पैदा करने के बाद बीजेपी और जेडीयू ने आड़े हाथों लिया है. बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने बताया कि जगदानंद जिस संस्कृति की पार्टी के साथ है उनके शब्द भी वैसे ही निकल रहे हैं. जगदानंद सिंह जैसे नेता से ऐसी उम्मीद नहीं की जा रही थी लेकिन जैसे लोगों के साथ रहेंगे वैसी ही गुण भी आएंगे. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने जगदानंद सिंह को डिरेल्ड बता दिया. झा ने कहा कि जगदाबाबू को लंबे समय से पार्टी में टार्चर किया जा रहा है. कभी तेजस्वी तो कभी तेजप्रताप के कारण टॉर्चर हो रहे हैं. उनकी बयानबाजी इसी का नतीजा है.
जगदानंद सिंह के विवादित बयान के बाद मचे हंगामा और विरोधियों के हमले के बाद आरजेडी बचाव में उतर आई है. आरजेडी प्रवक्त मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जगदानंद सिंह का बयान कही से गलत नहीं है. उनके कहने का अर्थ यह है कि आरएसएस भी हमेशा देश में बांटने का काम करती है.