RBI MPC Meeting: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक अगले हफ्ते होने वाली है। आरबीआई (RBI) अगले सप्ताह अपनी बैठक में नीतिगत दर रेपो में 0.35 फीसदी का इजाफा कर सकता है। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
3 अगस्त को शुरू होगी बैठक
रिपोर्ट में कहा गया है कि रेपो दर में इजाफे के साथ नीतिगत रुख को सूझबूझ के साथ कड़ा किया जा सकता है। रिपोर्ट एमपीसी की बैठक से पहले जारी की गयी है। समिति की बैठक 3 अगस्त से शुरू होगी और 5 अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की जाएगी।
महंगाई को कंट्रोल करने के लिए बढ़ाई ब्याज दरें
रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये मई और जून में नीतिगत दर में कुल 0.90 फीसदी का इजाफा किया था। खुदरा मुद्रास्फीति केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर दो से 6% के दायरे से बाहर चली गयी है।
0.35 फीसदी का हो सकता है इजाफा
ब्रोकरेज कंपनी ने अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक प्रभावी रूप से नीतिगत दर 1.30 फीसदी बढ़ा चुका है। उस समय शीर्ष बैंक ने स्थायी जमा सुविधा शुरू की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, हमारा अनुमान है कि मौद्रिक नीति समिति रेपो दर में 0.35 % की वृद्धि कर इसे 5.25 % कर सकती है। यह कोविड-पूर्व स्तर से अधिक है। साथ ही उदार रुख को बदलकर सूझबूझ के साथ कड़ा करने की राह अपना सकती है।
कितना रह सकती है GDP?
इसमें कहा गया है कि एमपीसी वित्त वर्ष 2022-23 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और वास्तविक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर के अनुमान को क्रमश: 6.7 % और 7.2 % पर बरकरार रख सकती है।