पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में 11 इलाकों को Hotspot घोषित कर वहां पूरी तरह से Lockdown कर दिया गया है। इसी क्रम में मेरठ जिले से राहत भरी खबर है। यहां Corona पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 43 पहुंच गया है। लेकिन कई दिनों से भर्ती 12 Corona मरीज़ों की पहली बार रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं दूसरी रिपोर्ट का इंतजार है। इन मरीजों की दूसरी रिपोर्ट भी अगर निगेटिव आती है तो इन्हें 14 दिनों के क्वारेंटाइन के बाद घर जाने दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के अमरावती से आए 50 साल के मरीज समेत 12 की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिलने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इसमें ज्यादातर अमरावती से आए मरीज के ही रिश्तेदार हैं। बीते 27 मार्च को पॉजिटिव आए मरीज की जांच रिपोर्ट 14 दिन बाद निगेटिव मिली है। हालांकि इस दौरान महाराष्ट्र से आए मरीज को कई बार ऑक्सीजन पर लेना पड़ा है। डॉक्टर उन्हें वेंटिलेटरपर लेने की तैयारी कर चुके थे लेकिन तबीयत में सुधार की वजह से ज़रुरत नहीं पड़ी इस मरीज के कई रिश्तेदारों की रिपोर्ट भी निगेटिव मिली है।
उधर, Hotspot वाले इलाकों में घर घर सैनिटाइज़ेशन हो रहा है। मेरठ में Hotspot वाले 14 स्थान पर सभी घरों में सैनिटाइज़ेशन का कार्य युद्ध स्तर पर शुरु हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम Corona योद्धा की तरह काम करते हुए घर घर जा रही है और सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया को पूरा कर रही है। जिला मलेरिया अधिकारी सत्यप्रकाश खुद PPE किट पहनकर घर-घर पहुंचकर सैनिटाइजेशन का कार्य पूरा करवा रहे हैं। Hotspot वाले स्थानों पर घर घर कूड़ा गाड़ी पहुंचेगी। वहीं प्रत्येक घर का कूड़ा लेकर इसे डंपिंग ग्राउंड में दबाया जाएगा।
आठ थाना क्षेत्रों में 11 इलाके सील, जिसमें सरधना और मवाना थाना क्षेत्र का कुछ हिस्सा, थाना नौचंदी क्षेत्र का शास्त्री नगर सेक्टर 13 और हुमायूं नगर, थाना सिविल लाइन का सूर्य नगर ,हरनाम दास रोड , थाना सरूरपुर क्षेत्र के खिवाई इलाका और थाना फलावदा क्षेत्र का महलका गांव पूरी तरह से सील कर दिया गया है।