दिल्ली-गाजियाबाद स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक मोदी सरकार बात नहीं करेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। विपक्षी पार्टियों के नेता यहां पर वोट तलाशने नहीं आए थे। विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। बता दें कि पिछले दो दिनों के भीतर कई दलों के प्रमुख नेता राकेश टिकैत से मिलने गाजीपुर बॉर्डर आ चुके हैं। वहीं, नरेश टिकैत ने केंद्र सरकार को नए कृषि कानूनों पर अपनी जिद छोड़कर किसानों की बात मानने की सलाह देते हुए बीजेपी को शक्ति प्रदर्शन की चुनौती दी है।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे टिकैत भाइयों ने रविवार को कहा कि किसान प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे, लेकिन वे आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। नरेश और राकेश टिकैत का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही कहा था कि सरकार से किसानों की बातचीत में महज एक फोन कॉल की दूरी है। टिकैत बंधुओं ने कहा कि वे बीच का रास्ता निकालने के लिए सरकार के साथ बातचीत को तैयार हैं। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के अध्यक्ष और बड़े भाई नरेश टिकैत ने कहा कि बीच का रास्ता यह हो सकता है कि बीजेपी सरकार अपने शासनकाल में तीनों कानूनों को लागू नहीं करे। छोटे भाई और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि इस मुद्दे का एक सम्मानपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वे दबाव में किसी बात पर रजामंद नहीं होंगे।
दूसरी ओर, मुजफ्फरनगर में नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों के आंदोलन को लेकर बीजेपी एक तीर से कई निशाने साध रही है। उन्होंने एक तरह से चुनौती देते हुए कहा, ‘सरकार ने गलत जगह हाथ डाल दिया है। यहां पर उसकी बात का कोई असर नहीं पड़ेगा।‘ नरेश टिकैत ने कहा, ‘सरकार हमें कमजोर न माने। हम किसी भी सूरत में नहीं मानेंगे। सरकार गोली चलाएगी तो वह हमारे सीने में ही लगेगी, पीठ पर नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक शक्ति प्रदर्शन की बात है तो एक मैदान में बीजेपी अपनी रैली कर ले। अगले दिन उसी मैदान में हम अपना कार्यक्रम करेंगे। जहां पर बीजेपी की पूरी ताकत हो, उत्तर प्रदेश में रख लो या हरियाणा में रख लो, वहां बीजेपी अपना शक्ति प्रदर्शन करे, तब सरकार को अपनी ताकत का अंदाजा लग जाएगा। हम उसे हर जगह फेल कर देंगे।’