कृषि सुधार कानूनों के विरोध में शनिवार को राष्ट्रव्यापी Chakka Jam की अपील का आंशिक असर रहा। पंजाब व हरियाणा में इसकी वजह से लोगों को परेशानी पेश आई। राजस्थान में कांग्रेस के विधायकों और नेताओं ने खुद सड़क पर उतर कर Chakka Jam कराया। देश के अन्य हिस्सों में इसे जन समर्थन नहीं मिला। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को Chakka Jam से बाहर रखा गया था, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में एहतियातन कड़े इंतजाम किए गए थे।
बेहद सतर्क थी दिल्ली पुलिस
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड में हुए उपद्रव और हिंसा से सबक दिल्ली पुलिस बेहद सतर्क थी। लाल किले पर अभेद्य पर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। कड़े इंतजाम के कारण राजधानी में यातायात पर असर पड़ा और लोगों को बेहद परेशानी हुई। मेट्रो सेवाएं बाधित रहीं। पुलिस के साथ बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी।
इस बार नहीं चली मनमानी
ITO के नजदीक शहीदी पार्क पर चक्का जाम के उद्देश्य से जैसे ही प्रदर्शनकारी पहुंचे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर कृषि कानून विरोधी किसान संगठनों ने प्रदर्शन किए, लेकिन किसी को राजधानी में घुसने की इजाजत नहीं थी।
यात्रियों को हुई परेशानी
पंजाब में किसान संगठनों ने 70 से ज्यादा स्थानों पर 3 घंटे के लिए नेशनल व स्टेट हाईवे पर Chakka Jam किया। इस दौरान शांति बनी रही, लेकिन लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। कई जगहों पर लोगों को पैदल चलना पड़ा। रूट डायवर्ट करने से यात्रियों का सफर लंबा हो गया।
जालंधर में नजर आई भिंडरावाले की तस्वीर
जालंधर में धरने के दौरान गाडि़यों में जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर वाले झंडे भी दिखाई दिए। कई जगह कांग्रेस के विधायक धरनों में पहुंचे और BJP के विरोध में पर्चे बांटे गए।
कुंडली बार्डर पर सुबह से ही जाम
हरियाणा के कुंडली बार्डर पर सुबह से ही जाम था। राई में 2 जगह और मुरथल के पास झिलमिल ढाबे के सामने भी जाम लगाया गया। केएमपी-केजीपी एक्सप्रेस-वे पर भी ट्रैक्टर-ट्राली व अन्य वाहन लगाकर जाम किया गया। राजस्थान में कांग्रेस के विधायक और पदाधिकारी स्वयं सड़क पर उतरे। कई जगहों पर शाम 4 बजे बाद भी कांग्रेसी हाईवे पर बैठे रहे।
कांग्रेसियों ने कोटा में निकाली ट्रैक्टर रैली
कोटा में कांग्रेसियों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। महिलाएं भी चक्का जाम में शामिल हुईं। अजमेर रोड पर करीब 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हिमाचल के शिमला, मंडी, ऊना में कांग्रेस व माकपा के नेताओं ने प्रदर्शन किया। शिमला में विक्ट्री टनल पर कुछ देर के लिए चक्का जाम किया।
जम्मू-पठानकोट हाईवे के किनारे प्रदर्शन
जम्मू में 2 जगह प्रदर्शन हुए, जबकि कठुआ जिले के हीरानगर में कुछ किसान संगठनों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे के किनारे प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में बहुत ही मामूली असर दिखा।
दिल्ली मेट्रो के 10 स्टेशन साढ़े पांच घंटे तक रहे बंद
दिल्ली मेट्रो के 3 कारिडोर के 10 स्टेशन करीब साढ़े 5 घंटे तक बंद रखे गए। इनमें 9 स्टेशन वायलेट लाइन के थे। इस लाइन पर खान मार्केट से लेकर लाल किला तक सभी स्टेशनों को बंद रखा गया। आवाजाही बाधित होने से यात्रियों को बहुत परेशानी हुई। कई यात्रियों ने दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर नाराजगी जाहिर की। हालांकि दोपहर 3:54 बजे सभी स्टेशन खोल दिए गए और मेट्रो का परिचालन पूरी तरह सामान्य हो गया।