पॉलिटिक्स और सत्ता ऐसी चीज होती है जिसके लिए हमारे नेता साम, दाम, दंड, भेद सबकुछ आजमाना शुरु कर देते हैं…और इसके लिए चाहे उन्हें पॉलिटिकल ड्रामा ही क्यों ना करना पड़े…और कुछ ऐसी ही ड्रामेबाजी हो रही है झारखंड विधान सभा चुनाव के दौरान…जी हां चुनाव आते ही नेता प्रतिपक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जान लेने और जान देने की बात करने लगे हैं। सत्तारुढ़ भाजपा के खिलाफ बेहद आक्रामक तेवर दिखा रहे हेमंत फिलहाल बदलाव यात्रा पर हैं। वो जनता से बदलाव के लिए वोट देने की अपील कर रहे हैं। ऐसे में चुनाव विश्लेषकों का मानना है कि बीते लोकसभा चुनाव में का गढ़ माने जाने वाले संताल से पिता शिबू सोरेन की करारी हार के साथ ही सूपड़ा साफ हो जाने से असहज नेता प्रतिपक्ष के लिए विधानसभा चुनाव करो या मरो जैसा है। इस लिहाज से वे इस तरह के आक्रामक बयान दे रहे हैं।
बीते दिन सरायकेला में बदलाव यात्रा के के दौरान हेमंत ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा था कि वे झारखंड को बचाने के लिए अपनी जान दे सकते हैं और ले भी सकते हैं।