PoK में बेकाबू हो रहे हालात, एक पुलिसकर्मी की मौत, 90 से ज्यादा लोग घायल

शुक्रवार को पथराव और झड़प में 11 पुलिसकर्मियों समेत 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पीओके की सरकार ने एएसी के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सभी जिलों में समारोहों, रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया और पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी.

पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में बढ़ते बिजली के दामों और भारी टैक्स का सामना कर रहे नागरिकों ने महंगाई के खिलाफ शुक्रवार को पाकिस्तान के पीओके में प्रोटेस्ट छेड़ दिया. जोकि शनिवार के दिन हिंसक हो गया . अधिकारियों ने जानकारी दी कि अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) ने पूरे क्षेत्र में शनिवार को चक्का जाम और हड़ताल का ऐलान किया था. जिस दौरान पुलिस और एएसी के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें सीने पर गोली लगने की वजह से एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 90 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और प्रदर्शनकारी शामिल है.

दरअसल अवामी एक्शन कमेटी ने बढ़ती महंगाई के चलते पीओके में प्रोटेस्ट, लॉन्ग मार्च और चक्का जाम का ऐलान किया था, जो दूसरे दिन हिंसक होगया. पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक, मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी की इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मौत हो गई, दरअसल वो रैली को रोकने के लिए पुलिस कर्मियों के साथ तैनात थे, जिस दौरान गोली लगने से उनकी मौत हो गई.

पीओके में भड़की हिंसा

राज्य में विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम के ऐलान की वजह से बाजार, ऑफिस, स्कूल और रेस्टोरेंट बंद रहे. विरोध प्रदर्शन के दौरान भीमबार, मीरपुर और कोटली इलाके से बड़ी संख्या में लोगों ने मुजफ्फराबाद की ओर मार्च किया. बता दें, यह विरोध प्रदर्शन तब हिंसक हो गया जब इस्लाम गढ़ के पास पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. पुलिस प्रदर्शनकारियों का रास्ता रोकने के लिए तैनात थी, जिस पर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों ने तैनात पुलिस पर गोलियां चला दीं, जिससे मीरपुर के सब-इंस्पेक्टर अदनान कुरेशी के सीने में गोली लग गई. अस्पताल ले जाने के बाद पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि तीन प्रदर्शनकारी भी गंभीर रूप से घायल हो गए.

सरकार ने धारा 144 लागू की

इस बीच, विरोध प्रदर्शन और गुस्साई भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने कोटली में आंसू गैस के गोले छोड़े. प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए पथराव के दौरान कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी भी घायल हो गए. हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुंछ-कोटली रोड पर एक मजिस्ट्रेट की कार सहित कई वाहनों को क्षतिग्रस्त भी कर दिया. हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और पीओके में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया. शुक्रवार को पथराव और झड़प में 11 पुलिसकर्मियों समेत 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पीओके की सरकार ने एएसी के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सभी जिलों में समारोहों, रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया और पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी.

कमेटी के प्रवक्ता ने कहा कोई लेना-देना नहीं

बुधवार-गुरुवार की रात, पुलिस ने छापेमारी के दौरान 70 अवामी एक्शन कमेटी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. जिससे गुरुवार को दादियाल में गंभीर झड़पें हुईं और वहीं से यह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. हालांकि कमेटी के प्रवक्ता हफीज हमदानी ने पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हु सफाई पेश करते हुए कहा कि एक्शन कमेटी का हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि ऐसे तत्वों को जानबूझकर प्रदर्शनकारियों के बीच में घुसाया गया है ताकि संघर्ष को बदनाम किया जा सके जिसका लक्ष्य लोगों के वैध अधिकारों के अलावा कुछ नहीं है.”

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