प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे के तहत उत्तराखंड में बने 8 सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का आज प्रधानमंत्री वर्चुअल लोकार्पण किया इनमें 3 एसटीपी ऋषिकेश, एक बदरीनाथ और 4 हरिद्वार में हैं। सबसे पहले जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपनी बात रखी। इसके बाद Namami Gange की ओर से तैयार की गई शॉर्ट फिल्म दिखाई गई।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऑनलाइन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गंगा सफाई की मेहनत रंग लाई है। इस प्रयास के बाद महाशीर गंगा में दिखाई देने लगी है । इस दौरान PM मोदी ने रोविंग डाउन द गंगा पुस्तक का ऑनलाइन विमोचन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी 8 एसटीपी का लोकार्पण करने के साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में तैयार किए गए अत्याधुनिक सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में से 3 एसटीपी ऋषिकेश में हैं। जिनमें चंद्रेश्वर नगर में 41.12 करोड़ की लागत से बना 7.50 मल्टी स्टोरी एमएलडी का एसटीपी, लकड़घाट में 158 करोड़ की लागत का 26 एमएलडी एसटीपी व ढालवाला के चोरपानी में 5 एमएलडी के एसटीपी शामिल हैं। परियोजना प्रबंधक एके चतुर्वेदी ने बताया कि तीनों स्थानों पर कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं।
सोमवार को महापौर अनीता ममगाईं ने अधिकारियों के साथ लक्कड़घाट स्थित एसटीएपी में कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। इससे पूर्व जल निगम के प्रबंध निदेशक एवं नोडल अधिकारी वीसी पुरोहित ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के प्रतिनिधियों के साथ लक्कड़ घाट, ढालवाला और चंद्रेश्वर नगर स्थित एसटीपी का निरीक्षण किया। इस मौके पर एनएमसीजी के अधिकारी प्रवीण कुमार मोतिहार, जल निगम के एमडी वीसी पुरोहित, विद्युत उपखंड अधिकारी राजीव कुमार, नमामि गंगे अनुरक्षण एवं निर्माण इकाई (गंगा) के परियोजना प्रबंधक एके चतुर्वेदी व जिला गंगा समिति के सदस्य विनोद जुगलान मौजूद थे। उधर, ढालवाला के चोरपानी में निर्मित एसटीपी में पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इसके तहत नागरिकों को जागरूक करने के साथ ही गंगा की स्वच्छता के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को सतर्क किया गया। गंगा के महत्व से परिचित कराते हुए इसके प्रति आमजन को उसकी जिम्मेदारी का अहसास ‘NVR24’ ने अपने इस अभियान के जरिये कराया। साथ ही Namami Gange के सुस्त पड़े कार्यों को लेकर व्यवस्था को नींद से जगाने की अपनी सामाजिक जिम्मेदारी भी शिद्दत के साथ निभाई।