विश्वकर्मा पूजा ( Vishwakarma puja) हर साल मनाई जाती है। लेकिन एक जगह ऐसी है जहां 45 सालों से ट्रेन में मनाई जा रही है विश्वकर्मा पूजा। ये पूरा मामला है धनबाद (Dhanbad) का….भारतीय रेल (Indian Rail) न केवल देश को एकसूत्र में बांधती है, बल्कि परंपरा का वाहक भी है. धनबाद से हावड़ा जाने वाली कोलफिल्ड एक्सप्रेस (coldfield express)में हर साल विश्वकर्मा पूजा धूमधाम से मनाया जाता है। ट्रेन में भगवान विश्वकर्मा की पूजा की शुरुआत कोलकाता और धनबाद में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों ने 45 साल पहले की थी. इसलिए बंगला पंचांग के अनुसार इस बार यह परंपरा 17 के बदले 18 अगस्त को निभाई गई। इस मौके पर धनबाद स्टेशन पर गाजे- बाजे के साथ ईंजन की पूजा की गई, फिर ट्रेन को कोलकाता के लिए रवाना किया गया।
45 साल से जारी है परंपरा
कोलफिल्ड एक्सप्रेस में कुल 18 बोगियां हैं. इनमें से 6 बोगियों में यात्रियों ने भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर भक्ति भाव से पूजा-पाठ करते हुए सफर तय किया. इस दौरान प्रसाद का भी वितरण किया गया. भगवान विश्वकर्मा की इस आराधना में सभी वर्ग और धर्म के यात्री शामिल होते हैं. पिछले 45 साल से ये अनोखी परंपरा निभाई जा रही है।
यात्रियों का कहना है कि इस पूजा में धर्म और मजहब की कोई दीवार नहीं होती. हर कोई इसमें शामिल होता है. इसलिए इससे भाईचारे को बढ़ावा मिलता है। टीटी अनिल कुमार यादव कहते हैं कि ट्रेन में ऐसी अनोखी परंपरा देश के किसी हिस्से में देखने को नहीं मिलती. इससे रेलवे को कोई असुविधा नहीं होती. इसलिए कभी कोई आपत्ति नहीं जताई गई।
कोलफिल्ड एक्सप्रेस रोजाना धनबाद से कोलकाता के बीच चलती है. 264 किलोमीटर का सफर यह ट्रेन मात्र चार घंटे में पूरी करती है. ऐसे में चाहे घरेलू काम हो या कारोबारी धनबादवासी इस ट्रेन से कोलकाता जाना पसंद करते हैं।