रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में साध्वी प्रज्ञा, कांग्रेस ने उठाए सवाल

भारतीय जनता पार्टी की भोपाल से सांसद और विवादों का नेतृत्व करने वाली साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की कमेटी में बड़ी जगह मिली है। उन्हें रक्षा मंत्रालय की कमेटी का सदस्य चुना गया है। डिफेंस मामलों की इस 21 सदस्यीय कमेटी का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।

कमेटी में चेयरमैन राजनाथ सिंह के अलावा फारुक अब्दुल्ला, ए. राजा, सुप्रिया सुले, मीनाक्षी लेखी, राकेश सिंह, शरद पवार, जेपी नड्डा आदि सदस्य शामिल हैं। अनर्गल और विवादित टिप्पणियों के कारण पहचानी जाने वाली साध्वी प्रज्ञा को इतनी अहम जिम्मेदारी देने पर विपक्ष ने सवाल उठाया है। कांग्रेस पार्टी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। मध्यप्रदेश सरकार में कांग्रेस के मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी निंदा की है, उन्होंने कहा कि बीजेपी की कथनी और करनी में फर्क है। उन्होंने कहा कि पीएम ने कहा था कि उनपर कार्रवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि ‘ये देश का दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि आतंक फैलाने का आरोप झेल रही सांसद को सुरक्षा संबंधी कमेटी का सदस्य बना दिया। मोदी जी इन्हें “मन से माफ नही कर पाए”, लेकिन, देश की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जिम्मेदारी दे दी। इसीलिए तो, मोदी है तो मुमकिन है।’

साध्वी की ‘प्रज्ञाहीन’ बयानबाजी

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं। फिलहाल वो जमानत पर रिहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कई विवादित बयान दिये थे। लेकिन एक बयान से तो खुद पीएम मोदी भी नाराज हो गए थे। साध्वी प्रज्ञा ने नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिसके बाद विपक्ष ने काफी बवाल काटा था। पीएम मोदी को भी तब कहना पड़ा था कि वो उन्हें कभी भी मन से माफ नहीं कर पाएंगे। पार्टी की तरफ से उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया था।

साध्वी प्रज्ञा ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए मुंबई एटीएस के तत्कालीन चीफ हेमंत करकरे पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने मीडिया को बताया कि हेमंत करकरे को उन्होंने कहा था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जब किसी के यहां मृत्यु होती है या जन्म होता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था। ठीक सवा महीने में जिस दिन इसको आतंकवादियों ने मारा उस दिन सूतक का अंत हो गया।

अब होगा दुश्मनों के खिलाफ ‘मारक शक्ति’ का प्रयोग?

संसद की डिफेंस कमेटी का सदस्य बनना बहुत ही जिम्मेदारी का काम है। ऐसे में साध्वी प्रज्ञा के चयन पर सवाल उठना लाजमी है। साध्वी के बयान न सिर्फ आपत्तिजनक और विवादित रहे हैं, बल्कि अंधविश्वास से भरे हुए भी होते हैं। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौत पर भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने विवादित बयान दिया था। ठाकुर ने दावा किया था कि बीजेपी नेताओं पर विपक्षी दल के सदस्य मारक शक्तियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया था कि एक संन्यासी ने उनसे ऐसा कहा है कि बीजेपी नेताओं की असमय मृत्यु का कारण विपक्षी दलों द्वारा मारक शक्ति का प्रयोग है।

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