भारत में जिस तरह से प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं तो वही इस मंहगे प्याज का और प्याज की कमी का असर सिर्फ भारत में ही नही बल्कि पड़ोसी मुल्क नेपाल पर भी इसका असर दिखाई पड़ रहा है। भारतीय प्याज की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से नेपाल में प्याज की कीमत भी बढ़ गई थी, इसके बाद नेपाल ने चीन की ओर रुख कर लिया । एक आंकड़े के अनुसार, पहले नेपाल के बाजार में 90 प्रतिशत से अधिक प्याज भारत से मंगवाया जाता था । आजकल प्रति दिन चीन से लगभग चालीस टन प्याज नेपाली बाजार में प्रवेश हो रहा है । इसके बाद चीन से आयातित प्याज से नेपाल में प्याज की कीमत स्थिर हुई है । भारतीय प्याज की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से नेपाल में प्याज की कीमत 240 रुपये किलो तक जा पहुंची थी जो अब जाकर चाइनीज प्याज आने से औसत खुदरा मूल्य 190 रुपये प्रति किलोग्राम है । भारत सरकार ने 29 सितंबर से प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे बांग्लादेश, नेपाल समेत कई देशों पर बड़ा प्रभाव पड़ा था ।
नेपाल की कालीमाटी फल और सब्जी विकास समिति के अनुसार बाजार में 11 दिसंबर को घोषित चाइनीज प्याज का औसत खुदरा मूल्य 190 रुपये प्रति किलोग्राम है । इस समिति का काम काठमांडू के सबसे बड़े कालीमाटी फल और सब्जी बाजार का प्रबंधन करना है । आंकड़ों के अनुसार पिछले जुलाई में नेपाल के बाजार में प्याज की कीमत 50 रुपये प्रति किलो थी, जबकि नवंबर तक 240 रुपये तक जा पहुंच गई थी ।