COVID THIRD WAVE PREDICTION: अक्टूबर-नवंबर महीने में कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) की आशंकाएं अब धूमिल पड़ने लगी हैं. कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बीच के अंतर को ध्यान में रखते हुए कुछ वायरोलॉजिट्स ने आशंका जताई थी कि अक्टूबर-नवंबर महीने में तीसरी लहर आ सकती है. लेकिन अभी ऐसा होता नहीं दिख रहा है. इस बीच देश में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार में भी काफी तेजी आई है. सरकार ने दावा किया था कि दिसंबर महीने तक देश के सभी वयस्कों का वैक्सीनेशन पूरा कर दिया जाएगा.
एक रिपोर्ट के मुताबिक कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि मध्य अक्टूबर तक की जिनोम सिक्वेंसिंग में कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है. इस बीच संक्रमण और ब्रेकथ्रू संक्रमण के जो मामले आए हैं, वो काफी हल्के रहे हैं. ब्रेकथ्रू संक्रमण उसे कहते हैं जब किसी व्यक्ति को वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमण हो जाता है.
बेंगलुरु के हेल्थ कमिश्नर रणदीप डी. का कहना है- ‘बेहद सूक्षण ढंग से जिनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है. कुल नए मामलों के करीब 10 फीसदी केस की रोज सिक्वेंसिंग की जाती है. किसी भी नए कोविड वेरिएंट के मिलने के संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं.’
वहीं COVID-19 वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने भी कहा था कि देश में कोरोना महामारी के मरीजों के कम होते आंकड़े काफी सुखद हैं लेकिन चूंकि पूरी तरह मामले कम नहीं हुए हैं तो कोरोना के वापस लौटने या नई लहर के रूप में आने का डर अभी खत्म तो नहीं हो सकता लेकिन तीसरी लहर की आशंका घट गई है.
इससे पहले अगस्त महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने भी कहा था कि कोरोना अब भारत में एंडेमिक में तब्दील हो सकता है. हालांकि उन्होंने देश में कोरोना के लंबे समय तक रहने की आशंका जाहिर की थी. डॉ. सौम्या ने बताया था कि एंडेमिक अवस्था तब होती है जब कोई आबादी किसी भी वायरस के साथ ही रहना सीख जाती है.
वहीं यह भी रिपोर्ट आई थी कि अगले पांच से छह दिन में देश में कोरोना वैक्सीन लेने वालों की संख्या 100 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक शनिवार शाम तक देश में 97.62 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है.
इस बीच नए मामलों में कमी जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटे में 13 हजार 596 नए मामले पाए गए. वहीं इस दौरान 166 लोग कोविड से जिंदगी की जंग हार गए. इस समयाधि में 19 हजार 582 लोग डिस्चार्ज होकर घरों को लौट गए.