सात साल से भी ज्यादा समय से इंसाफ की आस लगाए नर्भया के माता पिता की आंखों के आंसू भी अब सूख चुके हैं। लेकिन निर्भया के दोषियों को उनकी किए की सजा अब तक नहीं मिल पाई है। आपको बता दें अबतक तीन बार दोषियों की फांसी टल चुकी है। लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि उनके पास बचाव को अन्य कोई विकल्प नहीं बचा है। आज इस केस में दोषियों के खिलाफ नए डेथ वारंट जारी करने को लेकर दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई होगी। आपको बता दें बीते बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मामले में दोषी पवन गुप्ता की दया को याचिका खारिज कर दिया था। जिसके बाद अब ये तय माना जा रहा है कि चारो को जल्द ही फांसी दी जाएगी।
इससे पहले दिल्ली सरकार ने भी निर्भया मामले में दोषी पवन की दया
याचिका खारिज करने की सिफारिश की थी। तीन मार्च को निर्भया केस में दोषियों की
फांसी की तारीख टल गई थी।
इसके साथ ही बीते सोमवार को गृह
मंत्रालय को पवन (25) की दया याचिका मिली
थी। मंत्रालय ने यह याचिका राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को उनके विचारार्थ और फैसले
के लिये भेजी। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को 2012 के इस मामले में चारों दोषियों की
फांसी पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी। चारों दोषियों को पहले मंगलवार सुबह छह बजे
फांसी दी जानी थी।
सोमवार को दिल्ली सरकार ने निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के चार दोषियों में से एक पवन गुप्ता द्वारा दायर की गई दया याचिका को खारिज करने की सिफारिश की थी। दिल्ली सरकार ने गृह मंत्रालय से दया याचिका मिलने के कुछ ही मिनटों के बाद यह सिफारिश की थी। एक सूत्र ने बताया, ‘दिल्ली सरकार ने पवन गुप्ता की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की। मामले की फाइल अब उप राज्यपाल अनिल बैजल के पास उनकी अनुशंसा के लिये भेजी जाएगी।’