अपने रास्ते से एक-एक करके विरोधियों को किनारे करने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री Imran Khan ने पूर्व पीएम नवाज शरीफ को लेकर एक नया शिगूफा दिया है। इमरान ने कहा है कि Nawaz Sharif को इलाज के लिए ब्रिटेन जाने की इजाजत देना एक ‘भूल’ थी और सरकार को उक्त फैसले पर पछतावा है। 70 वर्षीय नवाज शरीफ को पिछले साल नवंबर में लंदन जाने की इजाजत दी गई थी।
उक्त इजाजत लाहौर हाईकोर्ट के उस फैसले के बाद दी गई थी जिसमें अदालत ने पूर्व पीएम को विदेश में जाकर इलाज कराने के लिए 4 हफ्ते की मोहलत दी थी। अदालत ने यह मोहलत 3 बार प्रधानमंत्री रहे Nawaz Sharif के उस हलफनामे के बाद दी थी जिसमें कहा गया था कि वह कानून का सामना करने के लिए पाकिस्तान लौट आएंगे। अदालत को दस्तावेज भी सौंपे गए थे जिनमें शरीफ को विमान यात्रा के लिए फिट बताया गया था।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में जेल की सजा पाने वाले शरीफ को गत नवंबर में इलाज की खातिर 4 हफ्ते के लिए लंदन जाने की अनुमति मिली थी, लेकिन तब से वह स्वदेश नहीं लौटे हैं। डॉन अखबार के अनुसार, इमरान ने एक इंटरव्यू में बताया कि सरकार के सामने जो रिपोर्ट पेश की गई थी, उसमें बताया गया था कि शरीफ गंभीर रूप से बीमार हैं। उनको देश से बाहर जाने की अनुमति देने के मसले पर कैबिनेट की बैठक में लंबी बहस हुई थी।
Imran ने कहा कि कोर्ट ने भी स्पष्ट कर दिया था कि शरीफ को अगर कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार होगी। शरीफ के भाई और पीएमएल-एन नेता शाहबाज ने सात अरब रुपये का बांड भरकर यह वादा किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वदेश लौटकर आएंगे। अब हम शर्मिदगी महसूस कर रहे हैं। वह (शरीफ) राजनीति कर रहे हैं।
इससे पहले गत 22 अगस्त को Imran के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा था कि भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद सरकार ने शरीफ के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन से संपर्क किया है। तीन बार के प्रीमियर ने कानून और न्याय का सामना करने के अपने रिकॉर्ड का हवाला देते हुए, 4 सप्ताह के भीतर या डॉक्टरों द्वारा यात्रा करने के लिए स्वस्थ और फिट होने का हवाला देते हुए, पाकिस्तान लौटने के लिए अदालत में एक उपक्रम प्रस्तुत किया था।