नई दिल्ली: उड़न तश्तरी आकाश में उड़ती किसी अज्ञात उड़ती वस्तु UFO को कहा जाता है। दुनियाभर में 2 जुलाई को World UFO Day के तौर पर मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लोगों को जागरूक करके इसके बारे में बताना है आमतौर पर आसमान में उड़ती उड़नतश्तरी के आकार वाले ऑब्जेक्ट को यूएफओ (अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट) कहा जाता है। इन अज्ञात उड़ती वस्तुओं का आकार किसी डिस्क या तश्तरी के समान होता है जिस कारण इन्हें उड़न तश्तरीयों का नाम मिला। कई चश्मदीद गवाहों के अनुसार इन अज्ञात उड़ती वस्तुओं के बाहरी आवरण पर तेज़ प्रकाश होता है उड़न तश्तरीयाँ बहुत छोटे से लेकर बहुत विशाल आकार तक हो सकतीं हैं।
हालांकि, आज तक UFO यानि उड़नतश्तरी की मिस्ट्री अनसॉल्वड ही है। फेमस स्पेस साइंसटिस्ट्स स्टीफन हॉकिन्स का कहना था कि जल्दी ही एलियंस से हमारा आमना-सामना होगा। हॉकिन्स इसके लिए एक बहुत बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। इस साल दुनिया की बड़ी अंतरिक्ष एजेंसियों ने संकेत दिए हैं कि कहीं बाहर नहीं, बल्कि एलियंस हमारे अपने ही सोलर सिस्टम में हैं।
जर्मनी 1561
दुनिया में सबसे पहले जर्मनी के नूरेमबर्ग में अप्रैल 1561 में लोगों ने आसमान में बड़े ग्लोब्स, विशालकाय क्रॉस और अजीबोगरीब प्लेट जैसी चीज़ें देखे जाने का दावा किया। उस समय के चित्रों और लकड़ी की कटिंग से उस घटना की जानकारी मिलती है।
टेक्सास 1897
लोगों ने सिगार के आकार की कोई बड़ी चीज देखी, जो कथिततौर पर विंडमिल से जा टकराई। टेक्सस हिस्टोरिकल कमिशन को एक संकेत मिला जिसमें इस बात का जिक्र था कि 1897 में यहां एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसके मलबे से एक एलियन के शव को भी निकाला गया और किसी अनजान जगह पर उसे दफना दिया गया।
नई दिल्ली 1951
यह घटना वर्ष 1951 में 15 मार्च सुबह 10.20 बजे की बताई जाती है। नई दिल्ली में एक फ्लाइंग क्लब के 25 सदस्यों के सिगार के आकार की कोई चीज देखी, जो करीब 100 फुट लंबी थी। यूएफओ अचानक कुछ देर बाद आंखों से ओझल हो गया।
शिकागो 2006
शिकागो में ओ हारे इंटनेशनल एयरपोर्ट पर गेट सी-17 के ऊपर एक विचित्र उड़नतश्तरी जैसी चीज़ उड़ती दिखाई दी। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वे इस बात से परेशान है कि न तो सरकार है और न ही यूनाइटेड एयरलाइंस की ओर से इस घटना का जायजा लिया गया।
कोलकाता 2008
29 अक्टूबर 2008 को पूर्वी कोलकाता में तड़के 3.30 से 6.30 बजे के बीच आसमान में तेजी से एक बड़ी चीज़ जाती दिखी। इसे एक हैंडीकैम से फिल्माया गया। अजीबोगरीब चीज़ से कई रंग निकलते दिखाई दिए। कई लोगों ने इसे देखा और यूएफओ की एक झलक पाने के लिए ईएम बाइपास पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई।