मिसिर कुजूर, अपने चुनावी अभियान पर आज अपने गुमला विधानसभा क्षेत्र में पदयात्रा पर निकले और जनसम्पर्क अभियान से जनता को साधने की आखरी लेकिन प्रभावी कोशिश करते दिखे
प्रथम चरण के होनेवाले विस चुनाव में गुमला विधानसभा क्षेत्र से BJP ने जिला भाजयुमो के अध्यक्ष मिसिर कुजूर को अपना उम्मीदवार बनाया है। वैसे भी पिछले दो विधानसभा चुनाव से BJP ने अपने विधायकों का टिकट काटते रही है। प्रो.जितवाहन बड़ाईक 1990 के राम लहर में पहली बार गुमला विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी बने थे और चुनाव भी जीत गए थे। 1995 में उन्हें उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन JMM के बेरनार्ड मिज से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2000 के विधान सभा चुनाव ने सुदर्शन भगत प्रत्याशी बने और चुनाव जीते थे। 2005 को सुदर्शन भगत को उम्मीदवार बनाया था लेकिन JMM के उम्मीदवार भूषण तिर्की से पराजित होना पड़ा था। उसके बाद भाजपा ने 2009 के चुनाव में कमलेश उरांव को प्रत्याशी बनाया और 2014 में उनका टिकट काट दिया और नए चेहरा शिवशंकर उरांव को टिकट दिया। शिवशंकर भी चुनाव जीत गए लेकिन BJPके आला नेताओं के दिमाग में यह बात घर कर गई कि दुबारा टिकट देने पर विधायक चुनाव हार जाते हैं इसलिए पुराने चेहरे को दरकिनार कर नए चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने से पार्टी की चुनावी नैया पार लगती है। शिवशंकर उरांव का टिकट कटना इसी सोच की उपज माना जा रहा है। नए चेहरे के सहारे भाजपा इस चुनाव को जीतने की अपनी रणनीति मान रही है। इसलिए भाजपा ने मिसिर कुजूर जैसे नए चेहरे पर दाव खेला है।
रायडीह प्रखंड के शाहीटोली गांव के मिसिर कुजूर गुमला विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी बनाए गए हैं। मिसिर कुजूर युवा हैं और 1999 से 2010 तक अभाविप के कार्यकर्ता भी रहे हैं। परिषद के विभिन्न पदों पर काम करते हुए भाजयुमो में शामिल हुए थे। उसके बाद भाजयुमो के पदाधिकारी के रूप में काम करते रहे। तीन साल पहले भाजयुमो के अध्यक्ष बनाए गए थे।
जीवन वृत—नाम – मिसिर कुजूर, पिता का नाम- चौधरी कुजूर, माता का नाम – रूदना देवी, जन्म तिथि- 10 फरवरी 1985, शैक्षणिक योग्यता अर्थशास्त्र प्रतिष्ठा, स्थायी पता- ग्राम शाहीटोली प्रखंड-रायडीह, संघ से जुड़ाव वर्ष – 2001
नगर सह मंत्री, नगर मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति के रूप में काम किया। भाजपा के सक्रिय सदस्य 2011 में बने, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य 2013 में, सिमडेगा सह लोहरदगा जिला प्रभारी वर्ष 2013 से 2016 तक, उसके बाद जिला भाजयुमो अध्यक्ष, विभिन्न चुनावों में विधान सभा प्रभारी के रूप में पार्टी के लिए काम करना।