Milk in monsoon: आपने सुना होगा कि घर के बड़े-बुजुर्ग बारिश के मौसम में दूध (Milk) पीने से मना करते हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों कहा जाता है? दरअसल, बारिश के मौसम में दूध पीने से पेट खराब हो सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं यह आपके पूरे डायजेस्टिव सिस्टम को बिगाड़ सकता है. दूध फूज प्वाइजनिंग का कारण भी बन सकता है. दूध पीने से पेट की दिक्कत, एसिडिटी और पेट खराब होने का शिकार हो सकते हैं. इस मौसम में दूध पीने से शरीर को कई तरह के नुकसान हैं.
क्या बारिश के मौसम में दूध पीना सही है?
आयुर्वेद के मुताबिक बारिश के मौसम में दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे शरीर को कई तरह के नुकसान होते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बरसात ही वह सीजन है जिसनें कीट, पतंगों, कीड़े-मकोड़े का ब्रीडिंग सीजन है. ऐसे में गाय-भैंस के चारे में जहरीले कीड़े हो सकते हैं. इन्हें खाकर जानवर को इंफेक्शन हो सकता है. जिसके बाद आपको दूध पीने से फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो सकते हैं.
पेट हो सकता है खराब
इस मौसम में दूध पीने से आपको पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं. दरअसल, इस मौसम में दूध पीने से डाइजेस्टिव एंजाइम्स को नुकसान होता है. सिर्फ इतना ही नहीं इसकी वजह से शरीर में कई तरह के रिएक्शन भी हो सकते हैं. आप कोई भी चीजें खाते हैं तो उसे पचने में टाइम लगता है इससे स्लो मेटाबोलिज्म होता है.
बारिश के मौसम में जानवर को बीमारी होने का डर अधिक रहता है. ऐसे में दूध पीना आपके शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. इसलिए ऐसे मौसम में दूध पीने से बचना चाहिए. अगर आपको दूध पीने की लत है तो आप दूध को अच्छे से गर्म कीजिए और उसमें एक चुटकी हल्दी डाल दीजिए. यह दूध (Milk) आपके शरीर के लिए जहर नहीं बनेगा.