उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि BJP ने नगर निगमों को भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है। यदि भवन विभाग को निगमों से अलग कर दिया जाए तो BJP के आधे से ज्यादा निगम पार्षद चुनाव लड़ने से इन्कार कर देंगे। इतना ही नहीं BJP के पार्षद और उनके लोग रेहड़ी-पटरी वालों से अवैध वसूली तक करते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बहुत सारी सड़कें और नालियां ऐसी हैं जो BJP शासित निगमों के अधीन आती हैं। परंतु पिछले कई सालों से BJP ने एक भी सड़क या नाली बनवाने का काम नहीं किया है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने निगमों की सड़कों और नालियों को विधायक कोष और मुख्यमंत्री कोष द्वारा बनवाने का काम किया है। दिल्ली के बाजारों को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी निगमों की थी। परंतु BJP शासित MCD ने पैसा खाकर बाजारों को अव्यवस्थित ढंग से चलने दिया और आज सभी व्यापारियों की गर्दन पर नगर निगमों ने सीलिंग की तलवार लटका रखी है। BJP ने स्वच्छ भारत के नाम पर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया।
सिसोदिया ने कहा कि AAP सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है जो अपने 5 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड लेकर घर-घर जा रही है। यदि BJP ने अपना रिपोर्ट कार्ड तैयार किया तो उसमें केवल पैसा वसूली और भ्रष्टाचार सामने आएगा। उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह है कि नगर निगमों के स्कूलों से जो बच्चे पांचवीं पास कर दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षा 6 में आते हैं। वे फिर से कक्षा 2 की किताब से पढ़ना शुरू करते हैं। क्योंकि वे दूसरी कक्षा की पुस्तक नहीं पढ़ सकते हैं। BJP दिल्ली के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। BJP नेता विजय गोयल के सीएए को लेकर भड़की हिंसा पर आप को जिम्मेदार ठहराए जाने पर सिसोदिया ने कहा कि BJP के पास न कोई मुद्दा है, न कोई नेता है, इसलिए वह गलत आरोप लगा रहे हैं।