पंजाब के कार्यकारी डीजीपी (DGP) सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने लुधियाना अदालत परिसर में हुए बम ब्लास्ट (Bomb Blast) मामले में शनिवार को अहम खुलासा किया। डीजीपी (DGP) ने कहा कि ब्लास्ट का मुख्य आरोपित पुलिस से बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह था। वह ब्लास्ट में मारा गया। एसटीएफ (STF) ने नारकोटिक्स ड्रग के मामले में गगनदीप को गिर 2019 में गिरफ्तार किया था।
लुधियाना के जिला अदालत परिसर में बीते वीरवार को हुए बम धमाके के मामले में पुलिस ने 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआइ) के आतंकी रिंदा संधू ने पंजाब पुलिस के बर्खास्त हेड कांस्टेबल गगनदीप से ब्लास्ट करवाया था। गगनदीप नशा तस्करी के केस में बर्खास्त था और ढाई महीने पहले ही जमानत पर बाहर आया था। इस घटना में पाकिस्तान से संचालित खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठनों का हाथ सामने आया है।
गगनदीप के 2 साथियों को रिमांड पर लाने की तैयारी में पुलिस
बता दें कि गगनदीप को वर्ष 2019 में हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। वह दिल्ली से हेरोइन लाने वाले नाइजीरियाई तस्करों के संपर्क में था। वह उनसे हेरोइन लेकर आगे सप्लाई करता था। मामले में जब वह जेल गया तो उसके लिंक बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े। गगनदीप के दो साथियों को पुलिस लुधियाना जेल से रिमांड पर लाने की तैयारी कर रही है। इनमें एक नाइजीरियन हैरिसन और दूसरा अनमोल है। ये दोनो गगनदीप के साथ हेरोइन के साथ पकड़े गए थे। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश करेंगी कि जेल में गगनदीप किन आतंकी संगठनों के संपर्क में आया था।