Coronavirus से निपटने के लिए पूरा उत्तर प्रदेश एकजुट नजर आ रहा है। प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में कोरोना से निपटने के लिए धनराशि दी है। वहीं प्रदेश सरकार के कर्मचारी भी लगातार Corona से निपटने के लिए आगे आ रहे है। कल ही राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का एलान किया था।
पशुधन प्रसार अधिकारी संघ ने निर्णय लिया है, कि Corona जैसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में सभी कर्मचारी अपना 1 दिन का वेतन देंगे, पशुधन प्रसार अधिकारी संघ में बताया है, कि महामारी आपदा के परिणाम स्वरुप राज्य सरकार के समक्ष बढ़ती आर्थिक जरूरत को पूरा करने के लिए प्रदेश के पशुधन प्रसार अधिकारी लगभग 50 लाख की सहायता राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अन्य पदाधिकारियों की सहमति से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के समस्त पशुधन प्रसार अधिकारी ने कहा कि संकट की घड़ी ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ है। सरकार इस आपदा से निपटने के लिए कई करोड़ खर्च कर रही है। तमाम सामाजिक संगठन भी गरीबों और मजदूरों को राशन और खाद्य सामग्री उपलब्ध करा रही, सामाजिक संगठनों के साथ हमारा भी फर्ज बनता है, कि हम संगठित होकर देश को इस विपत्ति से निकालने के लिए तन मन धन से सहयोग करें।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 2500 प्रसार अधिकारी कार्यरत है। जो अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे। यह राशि लगभग 50 लाख होगी उन्होंने यह भी कहा कि सरकार उनकी सेवा के लिए प्रयोग करना चाहेगी, तो पशुधन प्रसार अधिकारी हमेशा तैयार रहेंगे।