दुनिया में एक के बाद एक वायरस का आगमन होता ही जा रहा है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के बाद अब दुनिया भर में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के संक्रमण का डर बना हुआ है. जानकारों के मुताबिक अब तक 200 से ज्यादा मामले मंकीपॉक्स (Monkeypox Cases) के दुनिया भर से सामने आ चुके हैं. ब्रिटेन अमेरिका, जर्मनी, फिनलैंड जेसै देशो में वायरस तेजी से अपनी पकड़ बना रहा है. साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मंकीपॉक्स वायरस को लेकर चिंता जताई है.
गैर स्थानिक देशों में तेजी से फैल रहा संक्रमण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंकीपॉक्स काफी पुरानी बीमारी है. यह अफ्रीकी देशों में बहुत पहले से है लेकिन, इस बार स्थिति बेहद अलग है क्योंकि अब यह बीमारी अफ्रीका से निकल कर दूसरे देशों में तेजी से अपने पैर पसार रही है.
200 से ज्यादा मामलों की हुई पुष्टि
दुनिया के लगभग 20 देशों में 200 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है ये सभी वे देश हैं जहां यह बीमारी पहले कभी नहीं थी. रिपोर्ट्स की माने तो मंकीपॉक्स पर चर्चा करते हुए शुक्रवार को डब्ल्यूएचओ के एक अधिकारी सिल्वी ब्रायड ने इसके सामुदायिक प्रसार की संभावना जताते हुए कहा कि अगर सही समय पर सही कदम उठाए गए तो इसके प्रसार को रोका जा सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर मंकीपॉक्स के सामुदायिक प्रसार तक पहुंचने से पहले इसे रोकना है तो हमें रणनीति बनाकर उचित निर्णय लेने होंगे. वहां के अधिकारी का यही कहना है कि इसका वायरस कोरोना वायरस की तुलना में बहुत धीमा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारी ने कहा कि मंकीपॉक्स के लिए अभी कोरोना वायरस जैसे किसी भी टीकाकरण की कोई जरूरत नहीं है.