कृषि कानून के मसले पर दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच PM नरेंद्र मोदी किसानों के एक ग्रुप से मुलाकात करेंगे। दरअसल, PM MODI आज गुजरात के दौरे पर रहेंगे जहां कच्छ में कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। इसी दौरान PM MODI स्थानीय किसानों से मिलेंगे, जिसमें कुछ सिख किसान भी शामिल होंगे।
कच्छ जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट करीब 5 हजार से अधिक सिख परिवार रहते हैं। इनमें से ही कुछ किसानों से PM MODI मुलाकात करेंगे। दिल्ली की सीमाओं पर जो आंदोलन किसान कर रहे हैं, उनमें अधिकतर संख्या पंजाब-हरियाणा के सिख-पंजाबी किसानों की है, ऐसे में माना जा रहा है कि इस मुलाकात के जरिए PM MODI एक संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं।
इन किसानों के साथ ताजा कृषि कानूनों पर चर्चा हो सकती है और उनका फीडबैक लिया जा सकता है। ऐसा पहली बार होगा जब कृषि कानून को लेकर जारी विरोध के बीच PM MODI खुद किसानों के बीच होंगे। इस मुलाकात से इतर PM MODI कच्छ के हस्तकला कारीगरों के साथ भेंट करेंगे।
PM MODI किसान विकास योजना के अंतर्गत कच्छ जिला सहकारी दूध उत्पादन संघ लिमिटेड द्वारा 129 करोड़ रुपए से अधिक के खर्च से तैयार होने वाले डेरी प्लांट का भूमि पूजन भी करेंगे। ये परियोजना भी किसानों के लिए ही होगी। PM नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब राज्य सरकार की ओर से 8.37 करोड़ रुपए की सहायता से कच्छ जिले में वर्ष 2013-14 में 2 लाख लीटर की क्षमता के मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट की शुरुआत की गई थी।
कृषि कानून के मसले पर दिल्ली की सीमाओं पर करीब बीस दिन से किसान डटे हुए हैं। किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाए और पुराना सिस्टम ही चालू रखा जाए। अगर बदलाव करना है तो MSP को कानून का हिस्सा बना दिया जाए।
हालांकि, सरकार की ओर से लगातार कृषि कानूनों को किसानों के हित के लिए बताया जा रहा है। किसानों की मांग को देखते हुए सरकार कुछ हदतक संशोधन को राजी हुई है लेकिन किसान PM MODI से मुलाकात कर कृषि कानूनों को रद्द करवाने पर अड़े हैं।