3 साल से विदेश में नौकरी, पैसों का लालच और PAK कनेक्शन… कैसे कॉल डिटेल ने पकड़वाया हापुड़ के ISI एजेंट को

उत्तर प्रदेश में ATS ने पाकिस्तान को भारतीय सेना की खुफिया जानकारी देने के आरोप में हापुड़ के ISI एजेंट को गिरफ्तार किया है. वह पिछले तीन साल से रूस में स्थित भारतीय दूतावास में काम कर रहा था. वहीं से वह ISI को भारतीय सेना के सारे सीक्रेट्स लीक कर रहा था. लेकिन मोबाइल कॉल डिटेल ने उसकी पोल खोल दी और वह पकड़ा गया. जानें क्या है पूरा मामला…

पैसा इंसान से क्या कुछ नहीं करवा सकता, इसका जीता- जागता उदाहरण हाल ही में यूपी के हापुड़ में देखने को मिला. यहां रहने वाला एक युवक जो कि भारतीय दूतावास (मास्को) में काम कर रहा था, उसने पैसों की खातिर अपने ही देश भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान को लीक कर दीं. ऐसा वो पिछले काफी समय से करता आ रहा था. लेकिन यूपी एटीएस को जब उस पर शक हुआ तो उन्होंने उसके मोबाइल को सर्विलांस पर डाला. पुलिस का शक उस समय यकीन में तब्दील हो गया जब उन्हें पता चला कि युवक ISI हैंडलर्स के संपर्क में था. उसे वहां से अक्सर कॉल आते थे. वे लोग उसे पैसों का लालच देकर भारतीय सेना की जानकारियां हासिल करते थे.

युवक भी उन्हें लगातार तीन सालों से भारतीय सेना की कई जानकारियां दे रहा था. लेकिन अब वो युवक पुलिस की गिरफ्त में है. उसने अपने गुनाह को कबूल भी कर लिया है. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी युवक का नाम सत्येंद्र सिवाल है. वह पिछले तीन साल (2021) से रूस में भारतीय दूतावास में काम कर रहा था. वह IBSA (India Based Security Assistant) के पद पर तैनात था. वह मूल रूप से हापुड़ के शाहमहीउद्दीनपुर गांव का रहने वाला है. अधिकारियों के मुताबिक, युवक को बहाने से पहले भारत बुलाया गया. फिर उससे पूछताछ की गई. उस समय वह पुलिस के सामने संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया.

घरवालों को भी नहीं लग सकी भनक

जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गया. उसने मान लिया कि वह ISI को भारतीय सेना की खुफिया जानकारियां देता था. बदले में उसे काफी पैसे मिलते थे. सत्येन्द्र सिवाल ने साथ ही यह भी बताया कि उसकी इन हरकतों के बारे में घरवालों को कोई जानकारी नहीं थी. पुलिस ने तुरंत सत्येंद्र के खिलाफ मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से दो मोबाइल, एक आधार कार्ड, एक पहचान पत्र और कैश की बरामदगी की गई है. सत्येंद्र को अब कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसी के साथ यूपी एटीएस की टींम अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सत्येंद्र ने अब तक कितनी जानकारियां ISI को दी हैं. सत्येंद्र के उस अकाउंट का भी पता लगाया जा रहा था, जिसमें उसे पाकिस्तान से पेमेंट आती थी.

हनीट्रैप में फंसकर लीक की खुफिया जानकारी

बता दें, ऐसा कोई पहला मामला नहीं है जब भारत से पाकिस्तान को इस तरह की खुफिया जानकारियां दी गई हों. इससे पहले अक्टूबर 2023 में भी ऐसा ही मिलता जुलता मामला सामने आया था. लेकिन तब पैसों के लिए नहीं, बल्कि हनीट्रैप में फंसकर राजस्थान के युवक ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र की सामरिक महत्व की सूचनाएं शेयर की थीं. आरोपी नरेंद्र कुमार फेसबुक के जरिए पूनम बाजवा के संपर्क में आया. पूनम ने खुद को भटिंडा निवासी बताते हुए बीएसएफ में डाटा एंट्री ऑपरेटर पद पर कार्य करना बताया. पूनम ने नरेंद्र से दोस्ती कर उसे शादी का प्रलोभन दिया और अपना व्हाट्सएप नंबर देकर अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित संवेदनशील सूचनाएं जैसे सड़क, पुल, बीएसएफ पोस्ट, टावर, आर्मी की गाड़ियों की फोटोग्राफ, प्रतिबंधित स्थान के फोटोग्राफ और वीडियो प्राप्त करती रही. लेकिन राजस्थान पुलिस को कहीं से इस बात की जानकारी लग गई और उन्होंने नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया.

PIO को दे रहा था भारत की खुफिया जानकारी

ऐसा ही मामला महाराष्ट्र से भी सामने आया था. एक महीने पहले ATS ने मुंबई के मझगांव डॉक में काम करने वाले 23 साल के गौरव पाटिल नाम के शख्स को पाकिस्तानी बेस्ड इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) के एजेंट को खुफिया जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक पाटिल मई 2023 से अक्टूबर 2023 तक PIO के दो एजेंट्स से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में था. इसके बाद पाटिल ने PIO के दोनों एजेंट्स को भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित की गई जानकारी को शेयर किया. सूत्रों की मानें तो आरोपी जिन दो पाकिस्तानी एजेंट्स के संपर्क में था उनके नाम पायल एंजल और आरती शर्मा था. आरोप था कि पाटिल खुफिया जानकारी पायल और आरती से शेयर करता था. पाटिल मझगांव डॉक पर अपरेंटिस के पद पर काम करता था और वहां रहने की वजह से उसे यह पता होता था कि नेवी की कौन सी वॉरशिप कब आई और कब गई. वॉरशिप की सारी जानकारी पाटिल पाकिस्तान के एजंट्स से शेयर करता था.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1