झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बिहार में Mahagathbandhan से अलग होते हुए बिहार में अलग चुनाव लड़ने की घोषणा की है। झारखंड में RJD एवं JMM एक साथ सरकार में हैं। जबकि, बिहार में दोनों की राहें अलग हो गईं हैं। जेएमएम ने आरजेडी पर राजनीतिक मक्कारी का आरोप लगाया है तथा Tejashi Yadav की समझदारी पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही बिहार में 7 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। पार्टी ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए टिकट भी जारी कर दिए हैं।
बिहार में JMM व RJD का गठबंधन टूट गया है। JMM ने बिहार चुनाव में 7 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया है। साथ ही झाझा, कटोरिया, मनिहारी व एक अन्य सीट पर अपने प्रत्याशी को टिकट दे दिए हैं। आगे पार्टी ने धमदाहा, पीरपैंती व नाथनगर में भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है। JMM ने महागठंधन में डेढ़ दर्जन सीटों की मांग की थी, जिसके पूरे नहीं होने पर उसने यह कदम उठाया है।
सम्मान से समझौता नहीं कर सकता जेएमएम
JMM के राष्ट्रीय महासचिव सुमितो भट्टाचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि JMM अपने सम्मान से समझौता नहीं कर सकता है। उसे खैरात नहीं चाहिए। झारखंड राज्य भी कोई खैरात में नहीं मिला था, यह संघर्ष कर लिया गया था।
सुमितो भट्टाचार्य ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना उनको निशाने पर लिया। कहा कि JMM ने 2019 के झारखंड चुनाव में आरजेडी को उसकी हैसियत से ज्यादा दिया था। JMM ने RJD को अंधेर घर में दीया जलाने का मौका दिया था। पता नहीं आज के ये नए नेता यह सब कैसे भूल जाते हैं।
तनाव के बीच डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू
विदित हो कि JMM व RJD झारखंड में सरकार में सहयोगी हैं, लेकिन बिहार में वे आपस में लड़ते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बीच डैमेज कंट्रोल की भी कोशिश हो गई है।