सूचना लीक मामले (Information Leak Case) में सीबीआई (CBI) ने 5 अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक लोक सेवक (public servant), 2 रिटायर्ड लोक सेवक (Retired public servant) और प्राइवेट व्यक्ति (Private Person) शामिल हैं. दरअसल इस मामले में मंगलवार को सीबीआई ने दिल्ली (Delhi), नोएडा (Noida), मुंबई (Mumbai) और हैदराबाद (Hyderabad) में 19 जगहों पर छापेमारी की है. इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और वृद्धिशील दस्तावेज (Incrementing documents) जब्त किए गए. मामले की जांच अभी भी जारी है.
इससे पहले बताया था जा रहा था सीबीआई ने इस मामले में नौसेना के अधिकारी और दो रिटायर्ड अधिकारियों को गिरफ्तार किया था. मामला किलो-क्लास की पनडुब्बी के आधुनिकीकरण को लेकर गोपनीय जानकारी के लीक से जुड़ा हुआ है.
वहीं दूसरी ओर भारतीय नौसेना ने भी जानकारी लीक की जांच के लिए वाइस एडमिरल और रियर एडमिरल के तहत एक हाई लेवल जांच के आदेश दिए और भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के तरीकों पर चर्चा की.
सूत्रों ने बताया कि संबंधित एजेंसियों से इनपुट प्राप्त करने के बाद, सीबीआई ने कमांडर रैंक के एक सेवारत नौसेना अधिकारी को गिरफ्तार किया, जो वर्तमान में सेवानिवृत्त अधिकारियों को किलो-क्लास पनडुब्बी आधुनिकीकरण परियोजना से संबंधित अनधिकृत जानकारी देने के लिए मुंबई में तैनात है.
बताया जा रहा है कि CBI इस मामले में कई और अधिकारियों ने पूछताछ कर रही है और इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है. सूत्रों ने कहा कि जैसे ही यह मामला नौसेना के शीर्ष अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया, उन्होंने वाइस एडमिरल की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया और मामले की जांच के लिए समानांतर जांच शुरू की और किसी भी संभावित सूचना लीक को बंद किया