भारतीय रेलवे ने सख्त कदन उठाते हुए अपने 32 अधिकारियों को तय समय से पहले ही रिटायर करने का फैसला किया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ये असामान्य कदम पब्लिक इंटरेस्ट को देखते हुए उठाया गया है। इन अधिकारियों की उम्र 50 साल से ज्यादा है। इसमें कई निचले स्तर के अधिकारी भी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इन अधिकारियों को भ्रष्टाचार और नॉन परफॉर्मेंस के मद्देनजर रिटायर किया गया है। आपको बता दें रेलवे ने ये कदम प्रधानमंत्री कार्यालय के उस निर्देश के बाद लिया जिसमें कहा गया था कि जिन रेलवे कर्मचारियों की परफॉर्मेंस अच्छी नहीं है और जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। पीएम ने इंफ्रास्ट्रक्चर सचिवों की मीटिंग में भी ऐसे अफसरों को चिन्हित करने को कहा था।
आपको बता दें करप्शन और नॉन परफॉर्मेंस पर एक्शन कानून के तहत रेलवे जनहित में उन अधिकारियों को रिटायर कर सकती है जो 55 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं। इन अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेने से पहले इन्हें नोटिस दिया गया था। जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है वो अलग-अलग जोन से हैं। इससे पहले रेलवे ने सभी बोर्ड को कहा था कि उन अधिकारियों की सूची बनाई जाए तो परफॉर्मेंस के पैमाने पर सही नहीं उतर रहे थे। इसके अलावा उन अधिकारियों के बारे में भी पूछा गया था जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।
