क्यों इकोनॉमी को रास आ रही बीजेपी की सरकार, ये हैं 5 बड़े कारण

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीनों ही राज्यों में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद शेयर मार्केट का रिस्पांस भी पॉजिटिव दिखा है. ऐसी कौन-सी 5 वजहें जो लोगों के साथ-साथ मार्केट एवं इकोनॉमी भी बीजेपी की सरकार को पसंद कर रही है.

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद देश के शेयर बाजार ने उम्मीद के मुताबिक छलांग मारी है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स ने 1000 अंक से अधिक की छलांग लगाई है. इन विधानसभा चुनावों को 2024 के आम चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था. इसमें बीजेपी ने बहुत बड़े मार्जिन से जीत दर्ज की है. आखिर कौन-सी वो 5 वजहें जिसकी वजह से मार्केट और इकोनॉमी को भी बीजेपी की सरकार पसंद आ रही है.

इस समय कई आर्थिक संकेत भी मोदी सरकार के पक्ष में जा रहे हैं. हाल में जीडीपी और जीएसटी कलेक्शन के जो आंकड़े आए हैं, उसने भी मार्केट को बीजेपी के पक्ष में मोड़ा है.

इकोनॉमी को क्यों भा रही बीजेपी सरकार?

इसे 5 वजहों से समझा जा सकता है कि आखिर क्यों बीजेपी की सरकार बनने पर मार्केट और इकोनॉमी का रिस्पांस पॉजिटिव दिख रहा है.

स्थिर सरकार : जब भी किसी देश में मार्केट मैच्योर होती है, तो उसकी एक सबसे बड़ी डिमांड स्थिर सरकार की होती है. 2014 में बीजेपी ने केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है. वहीं अधिकतर राज्यों में भी बीजेपी की पूर्ण बहुमत सरकार है, वहीं जहां गठबंधन है वहां बीजेपी को ‘बिग ब्रदर सिंड्रोम’ का फायदा मिलता है. इस वजह से मार्केट बीजेपी की सरकार को लेकर पॉजिटिव रिस्पांस दिखा रहा है, क्योंकि स्थिर सरकार की वजह से इकोनॉमी के लिए कड़े फैसले भी लिए जा सकते हैं.

कैपिटल एक्सपेंडिचर : बीजेपी की सरकार ने सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर किया है. सरकार ने बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 10.5 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. इस वजह से इकोनॉमी में कैश फ्लो बढ़ने के साथ-साथ उसका एक्सपेंशन भी हुआ है. वहीं लॉजिस्टिक कॉस्ट कम होने का फायदा इंडस्ट्री को मिला है. इसलिए इकोनॉमी बीजेपी की सरकार को लेकर पॉजिटिव है.

नए सेक्टर्स में एक्सपेंशन : बीजेपी की सरकार के कार्यकाल में ‘मेक इन इंडिया’ से लेकर ‘पीएलआई स्कीम’ तक आई हैं. इससे भारत में बिजनेस और इंडस्ट्री का कई नए सेक्टर्स में फैलाव हुआ है. मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग में भारत ने बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है. अब देश में बिकने वाले 100% फोन Made In India हैं. इससे भी इकोनॉमी को बीजेपी सरकार रास आ रही है.

डिजिटल सुविधाएं बढ़ना : बीजेपी सरकार ने डिजिटल इंडिया पर काफी फोकस किया है. इसने सरकार का काम आसान किया है. इकोनॉमी में लीकेज को रोका है, सरकार के बजट का हिस्सा अब लक्षित वर्ग तक पहुंच रहा है. वहीं कंपनी और इंडस्ट्री के लिए कंप्लायंस का बोझ भी कम हुआ है. इस वजह से बीजेपी सरकार को लेकर इकोनॉमी पॉजिटिव है.

बेहतर इकोनॉमिक इंडिकेटर : बीजेपी सरकार के समय में देश के अधिकतर इकोनॉमिक इंडिकेटर पॉजिटिव रहे हैं. अगर केंद्र सरकार के 10 साल के कार्यकाल को देखें तो महंगाई दर कभी डबल डिजिट में नहीं गई है. जीडीपी ग्रोथ रेट औसतन 5 प्रतिशत से ज्याद रही है, जो दुनिया के कई देशों से अधिक है. वहीं सरकार का राजकोषीय घाटा भी अधिकांश समय में नियंत्रण में रहा है. इसने मार्केट और इकोनॉमी को एक बीजेपी सरकार के प्रति एक पॉजिटिव सेंस दिया है.

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