हालाँकि इमरान ने माना- पारंपरिक युद्ध में हम भारत से हार सकते हैं, लेकिन पाक में अंत तक लड़ने का दम
पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार की ओर से लगातार भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की धमकियां और युद्ध के इन्हीं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष खतरों और पाकिस्तान के आक्रामक रुख को देखते हुए भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अपनी तैनाती में और तेजी ला दी है।
शनिवार को सेना के उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने LOC पर पाकिस्तान से संभावित हमले के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। इससे पहले, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी नियंत्रण रेखा पर भारत की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए घाटी का दौरा किया था।
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन को भी बढ़ाया है। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने शनिवार को एक टीवी चैनल को दिए एक इंटरव्यू में भारत के साथ संभावित परमाणु युद्ध के बयान पर कहा कि, पाकिस्तान कभी भी युद्ध शुरू नहीं करेगा और मैं स्पष्ट कर रहा हूं: मैं शांतिवादी हूं, मैं युद्ध विरोधी हूं, मेरा मानना है कि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं करते हैं, (लेकिन) जब दो परमाणु-संपन्न देश लड़ते हैं, अगर वे लड़ाई करते हैं पारंपरिक युद्ध, परमाणु युद्ध में बदलने की संभावना है।
पाक पीएम इमरान ने पिछले दिनों पीओके के मुजफ्फराबाद में जलसा किया और वहां भारत के खिलाफ युद्ध की धमकी दी है। पाकिस्तान कश्मीर पर अपनी बयानबाजी में भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की पूरी कोशिश कर रहा है लेकिन हर तरफ से उसे मुंह की खानी पड़ रही है।
जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के एक दिन बाद इमरान खान ने पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए भारत के साथ संभावित युद्ध की बात कही थी। इमरान खान ने कहा, ‘भारत ने ऐसा करके पुलवामा जैसे और हमलों को न्योता दिया है। मुझे लगता है ऐसा होगा। इसके बाद इमरान ने कहा कि वे हमें फिर से मार सकते हैं तो हम इसपर हमला जरूर करेंगे और फिर क्या होगा ? कौन जीतेगा युद्ध ?