देश में जारी कोरोना संकट के बीच सरकार ने COVID-19 से लड़ने और स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी के लिए 15000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। Coronavirus से लड़ाई के लिए केंद्र सरकार की तरफ से जारी यह इमरजेंसी पैकेज से कई राज्यों को आर्थिक मदद मिलेगी। इस पैकेज का इस्तेमाल COVID-19 इमरजेंसी रेस्पांस में होगा। शुरुआत में 7774 करोड़ रुपये का इस्तेमाल होगा। इसके बाद बाकी बची रकम 7226 करोड़ साल 2024 तक समय-समय पर खर्च किए जाएंगे। इससे पहले केंद्र सरकार कोविड-19 के इलाज, इंफ्रास्ट्रक्चर और दूसरे खर्चों के लिए 4113 करोड़ रुपये दे चुकी है।
इससे पहले देश में जारी कोरोना संकट के बीच गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि Coronavirus से 473 लोग अब तक अस्पताल से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं, वहीं, कुल 5734 मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 549 नए मामले सामने आए है। उन्होंने बताया कि अब तक 166 मौतें हुई हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे ने 3,250 डिब्बों को Coronavirus पृथक इकाइयों में तब्दील किया है, कुल 5,000 डिब्बों को तब्दील किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी लव अग्रवाल ने बताया कि पीपीई, मास्क और वेंटिलेटर की आपूर्ति अब शुरू हो गई है। भारत में 20 कंपनियां PPE का निर्माण कर रही हैं। 49,000 वेंटिलेटर भी खरीदे जा रहे हैं।

