नक्शा विवाद: भारत ने दी प्रतिक्रिया कहा- नेपाल के दावों का कोई आधार नहीं

भारत नेपाल के बीच जारी नक्शा विवाद पर बीते शनिवार को नेपाल की संसद में विवादित नक्शे में संशोधन का प्रस्ताव पास हो गया। नए नक्शे में भारत के तीनों हिस्से कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को शामिल किया गया है। इस पर भारत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नेपाल का दावा ऐतिहासिक तथ्य या सबूतों पर आधारित नहीं है और न ही इसका कोई मतलब है। साथ ही भारत ने सीधे शब्दों में कहा कि नक्शे को लेकर नेपाल की ओर से किया गया दावा भारत को मान्य नहीं है। इस बाबत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि नेपाल का ये कदम बातचीत से सीमा विवाद सुलझाने के नियम का उल्लंघन है।

आपको बता दें भारत और नेपाल में सीमा विवाद बीते कई महीनो से ही जारी है। जिसकी वजह से दोनो देशों के बीच तनाव चल रहा है। दरअसल बीते 8 मई को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिपुलेख से धाराचूला तक बनाई गई सड़क का उद्घाटन किया था। जिसके बाद नेपाल ने लिपुलेख को अपना हिस्सा बताते हुए विरोध जताते हुए 18 मई को नेपाल ने नया नक्शा जारी किया। नेपाल ने जो नया नक्शा जारी किया उसके मुताबिक भारत के लिपुलेख, लिम्पियाधुरा और कालापानी इलाके को नेपाल ने अपना हिस्सा बताया है। जिसके बाद से ही भारत और नेपाल की दोस्ती में दरार आनी शुरू हो गई थी। इस मामले के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत पर अवैध कब्ज़े का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि वो अपनी जमीन वापस लेकर रहेंगे।

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