आश्विन माह की पूर्णिमा तिथि पर हर साल की तरह इस बार भी पूरे देश में महर्षि वाल्मीकि जयंती बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई जाएगी. यह वही दिन है जब आदिकवि महर्षि वाल्मीकि को उनकी अमर रचना रामायण के लिए याद किया जाता है. महर्षि वाल्मीकि न केवल संस्कृत साहित्य के जनक माने जाते हैं, बल्कि उन्होंने मानवता, नैतिकता और धर्म के आदर्शों को अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज तक पहुंचाया.
इस वर्ष वाल्मीकि जयंती 7 अक्टूबर 2025, मंगलवार को मनाई जाएगी. इस पवित्र अवसर पर देशभर में भक्ति और उत्सव का माहौल रहेगा. उत्तर प्रदेश और दिल्ली सरकार दोनों ने इस दिन को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.
यूपी में रहेगा सार्वजनिक अवकाश
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 7 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर प्रदेशभर में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. जारी सरकारी आदेश के अनुसार, इस दिन राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, प्राइवेट संस्थान, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद रहेंगे.
सरकार की ओर से दिसंबर 2024 में जारी वार्षिक अवकाश सूची में पहले से ही वाल्मीकि जयंती को शामिल किया गया था. लेकिन अब शासन ने इसकी औपचारिक पुष्टि करते हुए आदेश जारी कर दिया है.
वाल्मीकि जयंती पर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज और कानपुर जैसे बड़े शहरों में झांकियां, शोभायात्राएं और सांस्कृतिक आयोजन होंगे. लोगों के बीच महर्षि वाल्मीकि के जीवन और उनके उपदेशों को लेकर विशेष जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे.
दिल्ली में भी रहेगा अवकाश
इसी तरह दिल्ली सरकार ने भी 7 अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती के मौके पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बीते रविवार को इसकी औपचारिक घोषणा की.
दिल्ली में इस अवसर पर स्कूल, कॉलेज और सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे. साथ ही सरकारी दफ्तरों और निगम कार्यालयों में भी अवकाश रहेगा. राजधानी में महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर शोभायात्राएं, भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. दिल्ली के वाल्मीकि मंदिरों और सामुदायिक केंद्रों को सजाया जा रहा है और श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेने की तैयारी में हैं.