Punjab School Closed: उत्तर भारत के इन दोनों राज्यों में मूसलाधार बारिश ने सामान्य जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. देश की राजधानी दिल्ली में भी बारिश के बाद यमुना के जलस्तर में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. इस कारण राजधानी जलमग्न हो गई है. वहीं पंजाब और हरियाणा में भी हजारों की संख्या में लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. इन इलाकों में गुरुवार को राहत कार्यों में तेजी जारी रही.
16 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का निर्देश
छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर पंजाब सरकार ने गुरुवार को राज्य में स्कूलों की छुट्टियां 16 जुलाई तक बढ़ा दी हैं. पहले 13 जुलाई तक स्कूलों की छुट्टियां घोषित की गई थीं. शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने ट्वीट कर कहा कि सभी स्कूल 16 जुलाई तक बंद रहेंगे. पंजाब के 14 और हरियाणा के सात जिले भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं. पंजाब के प्रभावित जिलों में जलभराव से 14 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज में गुरुवार सुबह 10 बजे पानी का बहाव 1.62 लाख क्यूसेक था, जो मंगलवार सुबह बैराज से छोड़े गए लगभग 3.21 लाख क्यूसेक पानी से काफी कम है. हालांकि बीते दो दिन से यमुना नदी में तेजी से बढ़े बाढ़ के पानी ने करनाल और पानीपत के खेतों को भारी नुकसान पहुंचाया है और कुछ गांवों को बुरी तरह से प्रभावित किया है.
दिल्ली में बीते तीन दिनों में यमुना के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. इस संबंध में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमीत शाह को पत्र लिखकर हथिनीकुंड बैराज से धीरे-धीरे पानी छोड़ने का अनुरोध किया है. वहीं हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हथिनीकुंड एक बैराज है और यह कोई जलाशय नहीं है, जहां पानी को भारी मात्रा में जमा करके रखा जा सके.
पंजाब-हरियाणा में अब तक 21 लोगों की मौत
दिल्ली के सीएम केजरीवाल के पत्र पर अपनी राय देते हुए कंवर पाल ने कहा, ”यह एक बैराज है और हम एक तय सीमा को पार करने के बाद पानी को रोक कर नहीं रख सकते नहीं तो नुकसान और भी बड़ा हो सकता है.” अब तक पंजाब और हरियाणा में बारिश से संबंधित घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो गई है. इसमें हरियाणा के 10 लोग शामिल हैं.