ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान से मची तबाही के बाद अब मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने महाराष्ट्र और गुजरात में तूफान की आशंका जताई है। IMD ने कहा है कि अरब सागर और लक्षद्वीप पर कम दबाव का क्षेत्र बना है जो आगे बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। कम दबाव का यह क्षेत्र अगले हफ्ते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है।
IMD में चक्रवात प्रभारी सुनीता देवी (Sunitha Devi) ने बताया कि दक्षिण पूर्व और इससे सटे मध्य पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में जो कम दबाव का क्षेत्र बना है वह अगले 24 घंटों में तेज होकर डिप्रेशन में बदलेगा। इसके बाद यह तेज होकर 3 जून तक उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों पर पहुंचेगा। यानी कहा जा सकता है कि अरब सागर में अगले 48 घंटों में बनने वाला कम दबाव 3 जून तक तूफान की शक्ल अख्तियार कर सकता है। हालांकि काफी कुछ मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर करेगा।
वहीं IMD ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है इन परिस्थितियों के चलते समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी जिसे देखते हुए मछुआरों को चार जून तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी जाती है। मौसम विभाग की मानें तो 2 से 4 जून के बीच दक्षिण तटीय महाराष्ट्र में भारी बारिश होगी जबकि गुजरात, दमन दीव, दादर और नगर हवेली में 3 से 5 जून तक भारी बारिश की संभावना है। IMD के पूर्वानुमान से साफ है कि तूफान न आए तो भी 2 से 4 जून तक महाराष्ट्र और गुजरात के तटवर्ती इलाकों में मौसम का आक्रामक रुख दिखाई देगा।
मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर पर कम दबाव के चलते केरल में मानसून के लिए 1 जून से स्थितियां अनुकूल होंगी। केरल में मानसून हर साल 1 जून और महाराष्ट्र में 10 जून के आसपास दाखिल होता है। मालूम हो कि बीते दिनों बंगाल की खाड़ी से उठे अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जमकर तबाही मचाई थी। यही नहीं इसकी वजह से 86 लोगों की मौत हो गई थी जबकि हजारों बेघर हो गए थे।