महाराष्ट्र (Maharashtra) में भाजपा (BJP) और शिवसेना (shivsena) के बीच विधानसभा सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान बढ़ती जा रही है। गुरुवार को शिवसेना नेता संजय राउत ( Sanjay Raut) ने कहा कि अगर पार्टी को 144 सीटें (144 seats) नहीं दी गईं तो फिर भाजपा के साथ गठबंधन टूट सकता है। (bjp-shivsena alliance) राउत का यह बयान शिवसेना नेता और राज्य सरकार में मंत्री दिवाकर राउत (Diwakar Raut) के बयान के समर्थन में आया है।
दिवाकर ने बुधवार को कहा था कि अगर शिवसेना को 144 सीटें नहीं मिलतीं, तो गठबंधन नहीं होगा। मीडिया से बातचीत के दौरान संजय राउत ने कहा, ‘‘अमित शाह और मुख्यमंत्री के सामने 50-50% सीटों के बंटवारे के फॉर्मूला पर फैसला किया गया था, मंत्री दिवाकर राउत का बयान गलत नहीं है। हम चुनाव साथ लड़ेंगे, क्यों नहीं लड़ेंगे।’’
भाजपा 120 सीट देना चाहती है
सूत्रों के मुताबिक भाजपा, शिवसेना को राज्य में 120 से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती है। राज्य में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें 44 सीटें अन्य सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी गईं। यानी कुल 244 सीटों में ही भाजपा और शिवसेना के बीच बंटवारा होना है। इसमें शिवसेना 144 सीटों की मांग पर अड़ी है।
2014 में भी गठबंधन अंतिम समय टूटा था
2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी अंतिम समय में भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूट गया था। दोनों पार्टियां ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, लेकिन चुनाव के बाद दोनों ने मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, इस बार कांग्रेस ने राकांपा के साथ गठबंधन किया है। राकांपा प्रमुख शरद पवार 125-125 सीटों के बंटवारे की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में शिवसेना और भाजपा के भी गठबंधन के साथ ही चुनाव मैदान में उतरने की पूरी संभावना है।