JNU के छात्रों व शिक्षकों पर हुए हमले की न्यायिक जांच कराए सरकार: मायावती

देश की राजधानी दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार शाम कुछ नकाबपोश बदमाशों ने घुसकर छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को घायल कर दिया। उन्होंने यूनिवर्सिटी में घुसकर खूब तांडव भी किया है। ऐसे में जेएनयू के स्टूडेंट्स और टीचर के घायल होने की वजह से दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर उछाल आया है। इस घटना के बाद सभी लोग काफी चिंतित हैं।

इस पूरी घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी न्यायिक जांच की मांग की है। जेएनयू की हिंसक वारदातों पर राजनीति काफी तेज हो गई है।

बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि जेएनयू में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। इस घटना को केंद्र सरकार को हर स्तर पर अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। इसके साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाये तो यह बेहतर होगा। मायावती ने सोमवार सुबह इसको लेकर एक ट्वीट किया है।

वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर घटना की भर्त्सना की और इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कहा है कि जेएनयू में जिस तरह नकाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है। इस विषय में तत्काल उच्चस्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए।

रविवार देर शाम को दिल्ली के जेएन्यू में हॉकी और रॉड से लैस कुछ नकाबपोश बदमाशों कैंपस में छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने यूनिवर्सिटी में जमकर तोडफ़ोड़ की और संपत्ति को खासा पहुंचाया। परिसर में मौजूद कई महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मियों के साथ अभद्रता और मारपीट भी की है। ऐसी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जेएनयू प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। हालात के मद्देनजर पुलिस ने परिसर में फ्लैगमार्च किया। देर रात तक दिल्ली पुलिस के कई आला अधिकारियों ने जेएनयू कैंपस में कैंप किया। दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री को भी तैनात करना पड़ा। वहीं JNU प्रशासन ने मामले में FIR दर्ज करा दी है। इस घटना के दौरान लगभग 25 लोग घायल हुए हैं।

हमले में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष को गंभीर चोट आई है। उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। अन्य घायल भी एम्स में ही भर्ती हैं। तीन शिक्षक अतुल सूद, सौगता भादुड़ी और सुचरिता भी काफी घायल हैं। हिंसा के लिए वामपंथी छात्र संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है। देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से इस मसले पर विस्तृत बात की और संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी से जांच करवा रिपोर्ट सौंपने की भी बात कही है।

Leave a Comment

Your email address will not be published.

बिहार के इन 2 हजार लोगों का धर्म क्या है? विश्व का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड कौन सा है? दंतेवाड़ा एक बार फिर नक्सली हमले से दहल उठा SATISH KAUSHIK PASSES AWAY: हंसाते हंसाते रुला गए सतीश, हृदयगति रुकने से हुआ निधन India beat new Zealand 3-0. भारत ने किया कीवियों का सूपड़ा साफ, बने नम्बर 1