देश में बीते 24 मार्च से लॉकडाउन जारी है। ऐसे में यातायात भी पूरी तरह से ठप्प है। जहां बीते दिनों भारतीय रेलवे ने कुछ शर्तों के साथ श्रमिक स्पेशल के साथ कुछ स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया है तो वहीं अब हवाई यात्राएं भी जल्द शुरू की जा सकती हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हाल ही में इस बाबत कमर्शियल उड़ानों की दोबारा शुरुआत के लिए मानक संचालन प्रक्रिया यानी SOP का एक ड्राफ्ट तैयार किया है। जिसमें कोविड-19 से संबंधित फॉर्म भरना, केबिन लगेज की मनाही, आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल और विमान के टेकऑफ के समय से दो घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना शामिल हो सकता है। वहीं 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं सभी घरेलू हवाई यात्रियों के आरोग्य सेतु एप पर ग्रीन स्टेटस होगा तभी यात्रा करने की इजाजत होगी
इसके साथ ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अब देश में एयर स्पेस के विस्तार पर भी विचार कर रही है। जिससे कॉमर्शियल फ्लाइट की संख्या बढ़ जाएगी। बता दें फिलहाल देश के कुल हवाई क्षेत्र यानि एयर स्पेस का केवल 60 फीसदी हिस्सा ही के कॉमर्शियल फ्लाइट के काम आता है। अन्य हिस्सा सेना के काम के लिए आरक्षित होता है। इस फैसले से हवाई यात्रा की दूरी कम भी हो जाएगी। दरअसल एयर स्पेस के विस्तार से कॉमर्शियल फ्लाइटस को दो शहरों के बीच दूरी तय करने में लगने वाले समय में कम समय लगेगा। इस बाबत वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यात्रा की दूरी घटने से समय की बचत तो होगी ही, ईंधन की खपत में भी कमी आएगी। जिससे सरकार को हर साल नागरिक उड्डयन सेक्टर को 1000 करोड़ रुपये की बचत होने का अनुमान है। ये फैसला कोरोना महामारी की वजह से प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एक बड़ा कदम बताया जा रहा है। .